विदेश मंत्री एस जयशंकर 20-21 अगस्त को रूस के दौरे पर जाएंगे, जहां वह रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात करेंगे. उनका यह दौरा ऐसे समय में होगा जब यूक्रेन में युद्ध रोकने को लेकर 15 अगस्त को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं. ट्रंप की तरफ से भारत पर भी दबाव बनाया जा रहा है और इस दौरान भारत-रूस के बीच चर्चाएं चल रही हैं.
भारतीय और रूसी विदेश मंत्रियों ने इससे पहले जुलाई में ब्राजील में हुए BRICS समिट के दौरान मुलाकात की थी. उस समय सोशल मीडिया पोस्ट में एस जयशंकर ने बताया था कि द्विपक्षीय सहयोग, वेस्ट एशिया, BRICS और SCO जैसे मुद्दों पर चर्चा की थी.
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जयशंकर का यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब हाल ही में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने रूस का दौरा किया था. 7 अगस्त को डोभाल ने मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी. इसके अगले दिन, 8 अगस्त को वह रूस के फर्स्ट डिप्टी प्राइम मिनिस्टर डेनिस मंटुरोव से भी मिले थे, जिसमें सैन्य-तकनीकी सहयोग और रणनीतिक क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं पर चर्चा हुई थी.
भारत-रूस की अहम साझेदारी पर जोर
जयशंकर का यह दौरा इस साल के अंत में पुतिन की संभावित भारत यात्रा से पहले भी हो रहा है, जिसका ऐलान एनएसए अजित डोभाल ने पहले ही कर दिया है. अजित डोभाल ने अपने रूस दौरे के दौरान मौजूदा "उथल-पुथल भरी स्थिति" में भारत और रूस की रणनीतिक और विशेष साझेदारी के महत्व पर जोर दिया था.
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इस साल के आखिर में भारत आ सकते हैं पुतिन
अजित डोभाल ने तब बताया कि पुतिन जल्द भारत का दौरा करेंगे और तारीख लगभग तय हो चुकी है. हालांकि शुरुआती रिपोर्ट्स में अगस्त के अंत में पुतिन की यात्रा की संभावना जताई गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, सटीक समय अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन दौरा 2025 के अंत तक होने की उम्मीद है. यह यात्रा यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद पुतिन का पहला भारत दौरा होगा.