सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने आज जम्मू का दौरा किया और ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने पलौरा स्थित बीएसएफ मुख्यालय के 'अमर प्रहरी स्मारक' पर पुष्पांजलि अर्पित कर सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज़ और कांस्टेबल दीपक चिंगाखम की वीरता को नमन किया. जिन्होंने दुश्मन की भारी गोलीबारी और गोलाबारी का सामना करते हुए अपनी सीमा चौकी की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया.
BSF ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा कि राष्ट्र की सेवा में उनके अंतिम बलिदान को एक गंभीर सलामी.
डीजी बीएसएफ दलजीत सिंह चौधरी ने जम्मू में बीएसएफ के जवानों को संबोधित करते हुए राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा में बीएसएफ की महत्वपूर्ण भूमिका को दोहराया. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में जवानों के अटूट साहस, बहादुरी, दृढ़ समर्पण और अमूल्य योगदान की सराहना की, जिसे 7 मई को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद शुरू किया गया था.
इस अवसर पर महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने घोषणा की कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शहीद हुए सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज़ और कांस्टेबल दीपक चिंगाखम के सम्मान में दो सीमा चौकियों का नाम इन्हीं जवानों के नाम पर रखा जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि बीएसएफ की महिला जवानों ने भी इन कठिन परिस्थितियों में बहादुरी से लड़ाई लड़ी.
इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने श्रीनगर के बादामी बाग कैंटोनमेंट में सैनिकों से मुलाकात की और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनकी वीरता और साहस की सराहना की. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार जवानों ने पाकिस्तानी चौकियों और बंकरों को नष्ट किया, उससे लगता है कि दुश्मन इसे कभी नहीं भूल पाएगा.