दिल्ली को जल्द ही लगभग 250 टन कबाड़ से बनी डायनासोर की मूर्तियों वाला एक थीम पार्क मिलेगा. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बुधवार को सराय काले खां में वेस्ट-टू-वंडर पार्क के दूसरे चरण की आधारशिला रखी. अधिकारियों ने बताया कि डायनासोर पार्क का निर्माण 13.72 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "डायनासोर थीम पार्क परियोजना के तहत लगभग 250 टन स्क्रैप सामग्री से 15 मोवेबल और स्थायी डायनासोर संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा."
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने फरवरी 2019 में सराय काले खां के पास राजीव गांधी स्मृति वन में वेस्ट टू वंडर पार्क का उद्घाटन किया था. अब दूसरे चरण का वेस्ट-टू-वंडर पार्क, दिल्ली नगर निगम में 3.5 एकड़ भूमि पर विकसित किया जाएगा. (एमसीडी) ने एक बयान में ये जानकारी दी है.
जी20 शिखर सम्मेलन से पहले, इस तरह की परियोजना राष्ट्रीय राजधानी की सुंदरता और ग्रीन कवर को बढ़ाएगी. एमसीडी ने कहा, यहां अमरगासॉरस, स्पिनोसॉर, टायरानोसॉर, डिप्लोडोकस और स्टेगोसॉरस स्थापित किए जाएंगे.
पार्क को सजावटी लाइट सिस्टम से रोशन किया जाएगा और इसमें एस्थेटिक साउंड फैसिलिटी भी होगी. पेड़, झाड़ियाँ, घास और सजावटी पौधे लगाकर लैंडस्केपिंग की जाएगी. अधिकारियों ने कहा कि इसमें बैठने की सुविधा होगी, सभी मूर्तियों, गार्डन हट्स और विजिटर्स के लिए एक फूड कोर्ट भी होगा. 7.5 करोड़ रुपये की लागत से बने वेस्ट-टू-वंडर पार्क में 60 फुट का एफिल टॉवर, 20 फुट का ताजमहल और दुनिया के पांच अन्य अजूबों की प्रतिकृतियां हैं, जो 150 टन औद्योगिक और अन्य कचरे का उपयोग करके बनाया गया है.
सक्सेना ने पेड़ काटने वाली चार हाइड्रॉलिक लिफ्ट मशीनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ये मशीनें बड़े पेड़ों की छंटाई में मदद करेंगी. एमसीडी ने कहा कि इन मशीनों पर लगी हाइड्रोलिक बाल्टियों की मदद से कर्मचारी सुरक्षित और आसान तरीके से पेड़ों की छंटाई कर सकेंगे. इस अवसर पर नगर आयुक्त ज्ञानेश भारती, स्थानीय पार्षद सरिता चौधरी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.