कर्नाटक के रायचूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाज पूरा देश एकजुट होकर सेना के साथ खड़ा था. लेकिन बीजेपी ने सैनिकों की बहादुरी का श्रेय अपने सिर लेने की कोशिश की. विपक्ष ने कहा कि अगर बीजेपी ने सीमा पर जाकर किसी कैप्टन, कर्नल, लेफ्टिनेंट या जनरल की तरह जंग लड़ी होती तो हम उन्हें सलाम करते. लेकिन जिनका इसमें कोई योगदान नहीं था, वे खुद ही इसका श्रेय लेने लगे.'
'सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं हुई प्रधानमंत्री'
खड़गे ने कहा, 'हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की थी. मैं पहला व्यक्ति था जिसने पीएम मोदी से सर्वदलीय बैठक बुलाने का आग्रह किया. दो बार बैठक बुलाई गई, लेकिन दोनों बार पीएम मोदी शामिल नहीं हुए. वे देश में ही मौजूद थे, फिर भी नहीं आए, जबकि कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी दलों के नेता इसमें शरीक हुए. विपक्षी नेताओं के साथ ऐसा व्यवहार देश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा.'
पीएम मोदी पर साधा निशाना
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 'जब सीमा पर जवान लड़ रहे थे, तब पीएम मोदी बिहार में चुनाव प्रचार में व्यस्त थे. हम सब उस समय राष्ट्रीय हित में एकजुट थे, लेकिन मोदी जी को हर घटना में अपनी पार्टी का फायदा ही नजर आता है. हमारे लिए देश पहले है. न हमने कभी किसी से डरना सीखा, न कभी चुनौती से पीछे हटे.'
'इंदिरा गांधी ने पूरी दुनिया से लोहा लिया'
खड़गे ने बांग्लादेश युद्ध का उदाहरण देते हुए कहा कि 'जब बांग्लादेश युद्ध हुआ था, तब अमेरिका ने अपना 7वां बेड़ा भेजा था- एक विशाल सैन्य टुकड़ी, जो किसी शहर जितनी बड़ी थी और हथियारों से लैस थी. उस समय इंदिरा गांधी ने डटकर मुकाबला किया. भारत की सुरक्षा, बांग्लादेश के लोगों की मदद और पड़ोस में शांति कायम रखने के लिए उन्होंने पूरी दुनिया से लोहा लिया.'