भारत में लगभग 15 हजार करोड़ रुपये का बैंक घोटाला करने वाले भगोड़े मेहुल चोकसी को बेल्जियम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. ये गिरफ्तारी भारत की जांच एजेंसी CBI के अनुरोध पर हुई. आतंकवादी तहव्वुर राणा को भारत लाए जाने के बाद लोगों को उम्मीद जगी है कि भारत के और भी दुश्मन आतंकवादी और भगोड़े घोटालेबाज खींचकर भारत लाए जा सकते हैं.
भारत सरकार ने आतंकवाद और दूसरे गंभीर अपराधों में शामिल लोगों के प्रत्यर्पण के लिए काफी कोशिशें की हैं. सरकार ने पिछले साल दिसंबर में संसद में बताया था कि उन्होंने अलग-अलग देशों से इस तरह के 178 अनुरोध किए हैं, जिसमें में 23 लोगों को प्रत्यर्पित किया जा चुका है.
मामा-भांजे ने किया 13 हजार करोड़ का घोटाला
मेहुल चोकसी एक हीरा कारोबारी है, जो 4 हजार से ज्यादा स्टोर्स वाले गीतांजलि समूह का मालिक है. मेहुल चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी ने, पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों से मिली भगत करके 13 हजार 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी. मुंबई की एक अदालत के नोटिस पर चोकसी ने कहा था कि उसे ब्लड कैंसर है, इसलिए रेडिएशन थेरेपी चलने की वजह से वो भारत नहीं आ सकता.
तब से भारत की जांच एजेंसियां विदेशों में उसकी गिरफ्तारी की कोशिश में लगी हुई थीं. ईडी ने विदेशों में उसकी संपत्ति पर फोकस किया और थाईलैंड, UAE, जापान और अमेरिका जैसे देशों से कहा कि उन देशों में स्थित उसकी संपत्ति को बेचकर भारत ट्रांसफर किया जाए, जिससे पीड़ितों का पैसा लौटाया जा सके.
एक नजर मेहुल चोकसी की भारत से भागने से लेकर बेल्जियम में उसकी गिरफ्तारी तक की पूरी टाइमलाइन पर डालते हैं:
मेहुल चोकसी को साल 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता मिल गई थी, जिसके बाद वह जनवरी 2018 में घोटाले के बाद भारत से भाग गया. इसके बाद उसके खिलाफ 13 हजार 400 करोड़ रुपये के PNB घोटाले की जांच शुरू हुई. दिसंबर 2018 में चोकसी के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया.
एंटीगुआ से लापता हो गया था चोकसी
एंटीगुआ ने 2021 में कहा कि चोकसी का प्रत्यर्पण 2027 से पहले नहीं होगा लेकिन मई 2021 में चोकसी एंटीगुआ से लापता हो गया और डोमिनिका में मिला. उसने भारतीय एजेंटों पर अपहरण करने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. जुलाई 2021 में डोमिनिका की अदालत ने चोकसी को एंटीगुआ लौटने की अनुमति दे दी. मार्च 2023 में मेहुल चोकसी का नाम एंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस से हटा दिया गया लेकिन भारत की जांच एजेंसियों की कोशिश जारी रही.
भारत की जांच एजेंसियों को जानकारी हुई कि पिछले कुछ दिनों से मेहुल चोकसी इलाज के नाम पर अपनी पत्नी के साथ बेल्जियम में रह रहा है. उसकी पत्नी बेल्जियम की नागरिक है. इसके बाद जांच एजेंसियों ने बेल्जियम की अथॉरिटीज से चोकसी की गिरफ्तारी की मांग की.
खराब स्वास्थ्य का दे सकता है हवाला
ईडी और सीबीआई के कागजात से संतुष्ट होने के बाद बेल्जियम की पुलिस ने मेहुल चोकसी को गिरफ्तार कर लिया और गिरफ्तार करते वक्त मुंबई की अदालत द्वारा उसके खिलाफ जारी वारंट का हवाला दिया. अब वह खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर जमानत और तत्काल रिहाई की मांग कर सकता है. भारतीय एजेंसियां जमानत का विरोध करेंगी और प्रत्यर्पण की मांग करेंगी.
भारतीय अधिकारी चोकसी के मामले की अगली सुनवाई के लिए बेल्जियम जाने की तैयारी कर रहे हैं. वे यह सुनिश्चित करने के लिए कानूनी रणनीति बना रहे हैं कि चोकसी हिरासत में रहे और उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया जल्द शुरू हो सके.
ईडी ने जब्त किया मालाबार हिल में चोकसी का घर
मेहुल चोकसी जैसे भगोड़ों की वजह से न जाने कितने लोग परेशान हैं. मुंबई के मशहूर मालाबार हिल में मेहुल चोकसी का घर है, जिसे ईडी ने जब्त कर लिया है. मेहुल चोकसी पर 7 साल का मेंटेनेंस बकाया है, जो कि बिना ब्याज के ही करीब 63 लाख रुपये हो जाता है. इतना ही नहीं ये फ्लैट्स बंद होने और झाड़ियां उगने की वजह से इमारत को भी नुकसान हो रहा है.