अगर पिछले महीने आपने सर्दी के बजाय बढ़े हुए तापमान का अनुभव किया तो इसमें कुछ भी ऊटपटांग नहीं है. दरअसल सबसे ज्यादा ठंडे महीनों में से एक जनवरी के महीने में इस बार मौसम काफी उल्टा-पुल्टा रहा है. साल की शुरुआत ही रिकॉर्ड तोड़ बढ़े हुए तापमान के साथ हुई.
भारतीय मौसम विभाग ने जनवरी के तापमान को लेकर जो आंकड़े दिए हैं वो चौंकाने वाले हैं. न्यूनतम, अधिकतम और औसत तापमान में सामान्य की तुलना में कहीं ज्यादा बढ़ोतरी रिकॉर्ड की गई है. साल 1901 से भारतीय मौसम विभाग तापमानों का रिकॉर्ड रख रहा है.
सामान्य से एक डिग्री से अधिक रहा न्यूनतम तापमान
पिछले 125 सालों में यह तीसरी सबसे गर्म जनवरी रही. देश का औसत तापमान 18.98 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो कि सामान्य से लगभग एक डिग्री ज्यादा है. न्यूनतम तापमान यानी सुबह और रात का औसत राष्ट्रीय टेंपरेचर तो सामान्य से एक डिग्री से अधिक ऊपर रहा है.
न्यूनतम तापमान के हिसाब से यह रिकॉर्ड की गई पांचवीं सबसे गर्म जनवरी रही. औसत तापमान के हिसाब से साल 1958 की जनवरी इतिहास में सबसे गर्म रही थी. जबकि न्यूनतम तापमान के लिए रिकॉर्ड में साल 1911 की जनवरी रिकॉर्ड है. बात अगर 21वीं सदी की करें तो 2009 में इससे पहले सबसे ज्यादा औसत तापमान रहा था.
पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों में तापमान ने किया सबसे ज्यादा परेशान
देश के पूर्वी और उत्तर पूर्वी इलाकों में इतिहास की दूसरी सबसे गर्म जनवरी रही. न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.77 डिग्री सेल्सियस तक ऊपर चला गया. चौंकाने वाला पहलू यह भी है कि इस साल जनवरी में देश के किसी भी हिस्से में सामान्य से कम तापमान रिकॉर्ड नहीं किया गया है. मौसम के ऑब्जर्वेशन के हिसाब से देश को चार हिस्सों में बांटा जाता है- नॉर्थ वेस्ट इंडिया, ईस्ट और नॉर्थ ईस्ट इंडिया, सेंट्रल इंडिया और साउथ पेनिनसुलर इंडिया.
फरवरी भी रहेगी गर्म
दिल्ली और आसपास के इलाके नॉर्थ वेस्ट इंडिया के अंतर्गत आते हैं और यहां भी औसत तापमान जनवरी के महीने में एक डिग्री सेल्सियस से ज्यादा ऊपर रहा. 125 साल के इतिहास में नॉर्थवेस्ट इंडिया के लिए यह 13वीं सबसे ज्यादा गर्म जनवरी रही. परेशानी की बात यह है कि फरवरी का महीना भी पूरे देश के लिए सामान्य से ज्यादा गर्म रहने काअनुमान है. मौसम विभाग का यह भी कहना है कि इस महीने में सामान्य से कम बारिश होगी.