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क्या है Panama Paper leaks का पूरा मामला? जिसमें अभिषेक और ऐश्वर्या से हुई पूछताछ

Panama Papers Leaks: 2016 की शुरुआत में खोजी पत्रकारों के संघ ICIJ ने खुलासा किया था. इसमें दुनियाभर के ताकतवर राजनेताओं, बिजनेसमैन और सेलेब्रिटीज के नाम थे. आरोप था कि इन लोगों ने पनामा की मोसेक फोंसेका कंपनी के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की है.

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पनामा पेपर्स लीक में अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या से पूछताछ हो चुकी है. (फाइल फोटो-PTI)
पनामा पेपर्स लीक में अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या से पूछताछ हो चुकी है. (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 2016 की शुरुआत में हुआ था खुलासा
  • मोसेक फोंसेका के दस्तावेज लीक हुए थे
  • भारत के करीब 500 लोगों के नाम थे

What is Panama Papers Leak: करीब 5 साल पहले दुनियाभर में तहलका मचाने वाले पनामा पेपर्स लीक ने एक बार फिर माहौल गर्मा दिया है. इस बार बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन के कारण मामला चर्चा में आ गया है. पनामा पेपर्स लीक से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने ऐश्वर्या राय से साढ़े 5 घंटे पूछताछ हुई. ऐसे में ये बात समझना भी जरूरी है कि पनामा पेपर्स लीक का मामला क्या है और ऐश्वर्या राय क्या आरोप लगे हैं?

क्या है पनामा पेपर्स लीक?

- उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका के मध्य में स्थित एक देश है पनामा. इसी देश की एक कंपनी मोसेक फोंसेका. इस कंपनी की स्थापना 1977 में हुई थी.  इससे दुनियाभर में 2 लाख कंपनियां जुड़ी हुई हैं जो इसके लिए एजेंट की तरह काम करती हैं. मोसेक फोंसेका के ही करोड़ों दस्तावेज लीक हुए थे, जिन्हें पनामा पेपर्स लीक कहा जाता है.

- ये दस्तावेज जर्मन अखबार Süddeutsche Zeitung (SZ) के पास पहुंचे. इसने ये दस्तावेज इंटरनेशनल कंसोर्शियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (ICIJ) को सौंप दिए. इसके बाद दुनियाभर के 78 देशों के 107 मीडिया संस्थानों के 400 से ज्यादा पत्रकारों ने मिलकर इन दस्तावेजों को खंगाला. 

- ICIJ ने 1977 से 2015 तक करीब 40 सालों के दस्तावेजों को खंगाला और सवा 2 लाख से ऑफशोर कंपनियों की जांच की. इसके बाद 2016 की शुरुआत में ICIJ ने खुलासा किया जिसमें दुनिया के 193 देशों के राजनेता, बिजनेसमैन और सेलेब्रिटीज के नाम थे. आरोप लगा कि इन लोगों ने मोसेका फोंसेका की मदद से मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी कर अपनी दौलत को छिपाया. 

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- पनामा पेपर्स लीक की लिस्ट में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबियों, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और बेनजीर भुट्टो, मिस्त्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद समेत दुनिया के 140 ताकतवर राजनेताओं के नाम शामिल थे.

- इस लिस्ट में तकरीबन 500 भारतीयों के नाम भी थे. इनमें अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय बच्चन, डीएलएफ के केपी सिंह, इंडिया बुल्स के समीर गहलोत, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी समेत कई प्रभावशाली लोगों के नाम थे. इस खुलासे ने दुनियाभर में हड़कंप मचा दिया था. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को तो कुर्सी भी गंवानी पड़ी थी.

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बच्चन परिवार का नाम क्यों आया?

- खुलासे के मुताबिक, ऐश्वर्या राय, उनके पिता कृष्णाराज राय, मां वृंदा राज राय और भाई आदित्य राय साल मई 2005 में ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में एमिक पार्टनर्स लिमिटेड नाम की कंपनी के डायरेक्टर बने. फिर राय को कंपनी के बोर्ड ने जून 2005 में सिर्फ शेयरहोल्डर दिखाया. फिर जुलाई 2005 में शेयरहोल्डर ऐश्वर्या राय के नाम को सिर्फ A राय कर दिया गया. ऐसा निजता का हवाला देकर किया गया था. फिर जब ऐश्वर्या की अभिषेक बच्चन से शादी हुई तब से कंपनी को समेटा जाने लगा.

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- कागजातों में कंपनी के बंद होने की तारीखों पर भी सवाल था. कहीं रजिस्ट्री के खत्म होने की तारीख अप्रैल 2009 थी, वहीं दूसरे कागजातों में यह अप्रैल 2016 थी. खुलासे के वक्त ऐश्वर्या की मीडिया सलाहकार अर्चना सदानंद ने सामने आई सारी जानकारी को गलत और झूठा करार दिया था.

- पनामा पेपर्स लीक में नाम सामने आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने 2016-17 में बच्चन परिवार के खिलाफ जांच शुरू की. उस समय बच्चन परिवार की ओर से कई दस्तावेज भी दिए गए थे. न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि ऑफशोर कंपनी से जुड़े होने के मामले में अभिषेक बच्चन से भी ईडी ने पूछताछ की थी.

सरकार ने क्या किया?

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पनामा पेपर्स समेत कई बड़े खुलासों के सामने आने के बाद सरकार ने इनकी जांच के लिए कई केंद्रीय एजेंसियों का एक ग्रुप बनाया है. इसमें सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT), प्रवर्तन निदेशालय, (ED) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) के अधिकारी शामिल हैं. इस ग्रुप ने भारत से जुड़ी 930 कंपनियों के 20 हजार 353 करोड़ रुपये का पता लगाया है. ये आंकड़ा 1 अक्टूबर 2021 तक का है.

 

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