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तमिलनाडुः  DM-SP के हस्तक्षेप से दलितों को मिला मंदिर में प्रवेश, 2 पर केस

जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने दलितों को मंदिर में प्रवेश से रोके जाने की शिकायत पर इलाके के लोगों को बुलाया और मंदिर का पट तुरंत खोलने के आदेश दिए. भारी पुलिस बल की मौजूदगी में डीएम-एसपी की मौजूदगी में दलित बिरादरी के लोगों को मंदिर में प्रवेश कराया गया.

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डीएम-एसपी ने दलितों को दिलाया मंदिर में प्रवेश
डीएम-एसपी ने दलितों को दिलाया मंदिर में प्रवेश

तमिलनाडु में दलितों को मंदिर में प्रवेश से रोके जाने पर खुद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गए. भारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंचीं जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने दलितों को मंदिर में प्रवेश दिलाया और साथ ही इसका विरोध करने वालों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने के भी निर्देश दिए. मामला पुडुकोट्टई जिले के वेंगईवयल गांव का है.

जानकारी के मुताबिक पुडुकोट्टई जिले के वेंगईवयल गांव में पानी की एक टंकी में मानव मल मिला था. इस पानी की टंकी का इस्तेमाल गांव के दलित करते थे. इसका खुलासा तब हुआ, जब हाल ही में दलित बिरादरी के तीन बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. तीनों बच्चों को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया. एक डॉक्टर ने ये जांच करने की सलाह दी कि कहीं इन बच्चों के बीमार होने के पीछे दूषित पेयजल तो नहीं.

डॉक्टर की सलाह के बाद पानी की सप्लाई के लिए इस्तेमाल की जाने वाली टंकी की साफ-सफाई शुरू हुई तो उसमें मानव मल मिला. अनुसूचित जाति के दबदबे वाले गांव में पेयजल आपूर्ति के लिए उपलब्ध एकमात्र टंकी में मानव मल मिलने की घटना हड़कंप मच गया. घटना को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारी एक्टिव मोड में आ गए.

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ग्रामीणों ने डीएम से की मंदिर में प्रवेश से रोके जाने की शिकायत
ग्रामीणों ने डीएम से की मंदिर में प्रवेश से रोके जाने की शिकायत

जिलाधिकारी कविता रामू भी एक्टिव मोड में आ गईं और गांव के लोगों की स्वास्थ्य जांच के लिए चिकित्सा शिविर लगवाया. जिलाधिकारी कविता रामू भी चिकित्सा शिविर में पहुंचीं और लोगों से बातकर उनकी समस्याएं सुनीं. इसी शिविर में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ये जानकारी दी कि उन्हें मंदिर के अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं है.

अधिकारियों के हस्तक्षेप पर दलितों ने किए मंदिर में दर्शन
अधिकारियों के हस्तक्षेप पर दलितों ने किए मंदिर में दर्शन

मामला जैसे ही जिलाधिकारी के संज्ञान में आया, उन्होंने इलाके के लोगों को बुलवा लिया. डीएम ने इलाके के लोगों को बुलवाकर मंदिर का पट तत्काल खोलने और सभी को दर्शन कराने का आदेश दिया. डीएम ने ये भी कहा कि भविष्य में किसी को मंदिर में प्रवेश से रोका न जा सके, इसके लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और नजर रखी जाएगी.

डीएम ने ग्रामीणों को दी सख्त चेतावनी
डीएम ने ग्रामीणों को दी सख्त चेतावनी

जिलाधिकारी के साथ साथ इस दौरान पुलिस अधीक्षक वंदिता पांडेय भी मौके पर मौजूद रहीं. जिले की दोनों वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में दलितों को मंदिर में प्रवेश कराया गया. अधिकारियों ने अनुसूचित जाति के लोगों को मंदिर में प्रवेश से रोकने के लिए दो लोगों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने के भी निर्देश दिए. जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप से अनुसूचित जाति के लोग सदियों से जिस अधिकार से वंचित थे, वह मिल गया.

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