राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद देश की जांच एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) ने कार्रवाई तेज कर दी है. ATS ने पुणे के एक मामले में मुंब्रा स्थित इब्राहिम आबिदी के घर पर छापा मारा है. इस दौरान उसके घर से हार्ड डिस्क और लैपटॉप जब्त किए गए हैं.
वहीं, लखनऊ में ATS ने डॉ परवेज़ अंसारी की एक कार को जब्त कर लिया है. यह कार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से खरीदी गई थी और कार पर वहीं का नंबर (UP 11BD3563) है.
लखनऊ से जब्त की गई कार पर लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का पास भी लगा मिला है. ATS को शक है कि इस कार का कनेक्शन हाल ही में हुए ब्लास्ट से हो सकता है.
आतंकी मॉड्यूल का सहारनपुर कनेक्शन
डॉ परवेज़ अंसारी का सहारनपुर से संबंध सामने आया है. यह खुलासा अहम है क्योंकि फरीदाबाद मॉड्यूल में गिरफ्तार किया गया डॉ आदिल भी सहारनपुर का ही रहने वाला है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इन दोनों का कोई तालमेल था. जब्त की गई कार को रोजमर्रा के लोगों के लिए प्रयोग किया जाता था, जिससे यह नॉर्मल दिखती थी.
पुलवामा और फरीदाबाद से हिरासत
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पुलवामा से एक और डॉक्टर सज्जाद अहमद माला को हिरासत में लिया है. डॉ सज्जाद अल फलाह मेडिकल कॉलेज में काम करते थे. इस बीच, डॉ मुजम्मिल शकील, जिसे फरीदाबाद से IED-बनाने वाली सामग्री और गोला-बारूद की बरामदगी के संबंध में हिरासत में लिया गया था, उसके घर से भी फुटेज सामने आए हैं. फिलहाल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के अधिकारी और हरियाणा पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स के सदस्य अल फलाह यूनिवर्सिटी में मौजूद हैं.
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मुंब्रा में रेड
ATS ने मुंब्रा में इब्राहिम आबिदी के घर पर छापेमारी के दौरान जो हार्ड डिस्क और लैपटॉप जब्त किए हैं, उनकी जांच चल रही है. उसकी पत्नी महजबीन आबिदी ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है.
अल-फलाह कालेज जाएगी एनआईए
दिल्ली कार विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल की संलिप्तता की जांच के तहत फरीदाबाद के धौज स्थित अल-फलाह मेडिकल कॉलेज का दौरा कर सकती है. अल-फलाह मेडिकल कॉलेज वह जगह है, जहां से 8 नवंबर को अतिरिक्त हथियार, पिस्तौल और विस्फोटक बरामद किए गए थे.
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मुज़म्मिल नाम का एक डॉक्टर उसी मेडिकल कॉलेज में काम करता था, जिसे बाद में जांच के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया. इस ऑपरेशन के दौरान, मॉड्यूल का एक मेंबर- डॉ. उमर, जो अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में भी काम करता था, एजेंसियों द्वारा की गई कड़ी कार्रवाई के बाद भागने में सफल रहा. यही वह शख्स था, जो दिल्ली कार विस्फोट में शामिल था.