बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक्शन लिया है. इस केस में एक और आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है. वहीं कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि एनआईए ने जिसे हिरासत में लिया है उसका बीजेपी से कनेक्शन है. एनआईए आरोपी को पूछताछ के लिए लेकर गई थी. बता दें कि पिछले हफ्ते जांच एजेंसी ने शिवमोगा में छापेमारी की थी. इस दौरान एक मोबाइल की दुकान और 2 संदिग्धों के घरों पर छापेमारी की थी. आरोपी का नाम मोबाइल की दुकान पर काम करने वाले 2 कर्मचारियों ने लिया था.
कांग्रेस नेता दिनेश गुंडू राव ने X पर पोस्ट कर बीजेपी पर आरोप लगाते हुए पूछा कि तीर्थहल्ली के एक आरोपी को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में हिरासत में लिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी बीजेपी का कार्यकर्ता है, जो ब्लास्ट केस से जुड़ा है तो राज्य में बीजेपी के समर्थक क्या कहेंगे? उन्होंने कहा कि आरएसएस की विचारधारा को देशभर में लागू करने वाली भाजपा की इस पर क्या प्रतिक्रिया है?
इस मामले में एनआईए का बयान भी सामने आया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि मामला आतंकी घटना होने के कारण गवाहों की पहचान के बारे में कोई भी जानकारी जांच में बाधा डाल सकती है. एनआईए ने कहा कि असत्यापित खबरें भी इस मामले में प्रभावी जांच में बाधा डालते हैं, एनआईए फरार आरोपियों की गिरफ्तारी में सभी से सहयोग का अनुरोध करती है.
बता दें कि रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में एनआईए ने हाल ही में एक प्रमुख साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया था. एनआईए की टीमों द्वारा कर्नाटक में 12, तमिलनाडु में 5 और उत्तर प्रदेश में एक जगह सहित कुल 18 स्थानों पर कार्रवाई की गई थी. इस दौरान सह-साजिशकर्ता मुजम्मिल शरीफ को हिरासत में लिया गया था. एनआईए ने इस केस को 3 मार्च को अपने हाथ में लिया था. पहले मुख्य आरोपी मुसाविर शाजीब हुसैन की पहचान की थी, जिसने विस्फोट को अंजाम दिया था. जांच एजेंसी ने इस मामले में एक अन्य साजिशकर्ता अब्दुल मथीन ताहा की भी पहचान की थी, जो अन्य मामलों में भी एजेंसी द्वारा वांछित है. दोनों व्यक्ति फरार हैं.
1 मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट हुआ था. इस धमाके में 9 लोग घायल हो गए थे. पुलिस सूत्रों ने कहा था कि कैफे में टाइमर का उपयोग करके आईईडी बम धमाका किया गया था. धमाके के बाद महाशिवरात्रि के अवसर पर कैफे को बड़ी धूमधाम से फिर से खोला गया था. प्रशासन के मुताबिक, ग्राहकों की जांच के लिए कैफे के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं. एंट्री की अनुमति देने से पहले कर्मचारी प्रत्येक ग्राहक की हैंडहेल्ड डिटेक्टरों से जांच की जाएगी. सभी ग्राहकों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और कर्मचारी किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जाएगी.