महाराष्ट्र के कल्याण-डोंबिवली में 15 अगस्त को मटन और चिकन की बिक्री पर प्रतिबंध को लेकर विवाद बढ़ गया है. कल्याण डोंबिवली महानगर पालिका (केडीएमसी) ने आदेश जारी किया है कि स्वतंत्रता दिवस के दिन मनपा क्षेत्र में मटन और चिकन की बिक्री नहीं होगी.
इस फैसले का नागरिकों, व्यापारी संघों और कसाई समाज ने कड़ा विरोध किया है. विरोधियों का कहना है कि यह आदेश उनकी आजीविका पर असर डालेगा. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि आदेश वापस नहीं लिया गया तो 15 अगस्त को मनपा मुख्यालय के बाहर मटन और चिकन बेचकर आंदोलन किया जाएगा.
स्वतंत्रता दिवस के दिन मनपा क्षेत्र में मटन और चिकन की बिक्री नहीं होगी
विपक्षी दलों और समाज के लोगों की आपत्तियों के बावजूद केडीएमसी अपने फैसले पर अडिग है. विधायक विश्वनाथ भोईर ने इस प्रतिबंध का समर्थन करते हुए कहा कि एक दिन मटन-चिकन नहीं खाने से आम लोगों पर कोई असर नहीं होगा, खासकर सावन महीने में. वहीं, भिवंडी के सांसद सुरेश म्हात्रे ने इसे अनुचित बताते हुए कहा कि खाने का चयन व्यक्ति का निजी विषय है.
15 अगस्त पर मटन और चिकन की बिक्री पर प्रतिबंध
केडीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त योगेश गोडसे ने स्पष्ट किया कि यह आदेश नया नहीं है. 1988 में तत्कालीन प्रशासक ने इसे लागू किया था और हर साल 15 अगस्त व 26 जनवरी को दुकानों को बंद रखने के नोटिस जारी होते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि यह बिक्री पर प्रतिबंध है, खाने पर नहीं, और यदि स्थानीय लोग विरोध करते हैं तो विचार किया जा सकता है.