जलियांवाला बाग हत्याकांड पर आधारित बॉलीवुड फिल्म 'केसरी चैप्टर 2' की रिलीज से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ आवाज उठाने वाले सर चेट्टूर शंकरन नायर की भूमिका पर बात की. अक्षय कुमार की यह फिल्म 18 अप्रैल को रिलीज होने जा रही है. हालांकि पीएम मोदी ने अपने भाषण में फिल्म का नाम नहीं लिया, लेकिन फिल्म रिलीज से पहले उनके इस बयान ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा.
अक्षय कुमार निभा रहे सर सी शंकरन नायर की भूमिका
अक्षय कुमार फिल्म में सर सी शंकरन नायर की भूमिका निभा रहे हैं, जो एक सिविल राइट्स वकील और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष थे. वह जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद ब्रिटिश हुकूमत को चुनौती देने वाले एक अहम शख्स थे. भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इस भूले-बिसरे नायक को फिल्म के माध्यम से बड़े पर्दे पर जीवंत किया जा रहा है.
हरियाणा के यमुनानगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने जलियांवाला बाग हत्याकांड की 106वीं बरसी को याद किया, जो पंजाब में बैसाखी के पर्व के साथ ही मनाई गई.
'प्रधानमंत्री ने शंकरन नायर को किया याद'
पीएम ने कहा, 'पंजाब में बैसाखी थी, लेकिन साथ ही जलियांवाला बाग हत्याकांड की 106वीं बरसी भी थी. इस हत्याकांड का एक पहलू अब तक अंधेरे में रहा- यह एक मानवीय मुद्दा है. एक व्यक्ति थे जिनका नाम बहुतों ने नहीं सुना होगा- शंकरन नायर. वे ब्रिटिश सरकार में एक उच्च पद पर थे और एक जाने-माने वकील थे. वे सारी सुख-सुविधाएं भोग सकते थे, लेकिन उन्होंने सब कुछ छोड़कर सच्चाई के लिए खड़ा होना चुना.'
'पंजाब, हरियाणा और हिमाचल के लोग शंकरन नायर के बारे में जानें'
पीएम मोदी ने कहा, 'वो केरल से थे, जबकि यह घटना पंजाब में हुई, फिर भी उन्होंने इस केस को लड़ा और ब्रिटिश सरकार को अदालत में लाकर खड़ा किया. यही भारत की महानता है- एक भारत, अखंड भारत.'
उन्होंने आगे कहा, 'पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के लोगों को शंकरन नायर के बारे में जानना चाहिए. हर बड़े और छोटे को उनके योगदान के बारे में पता होना चाहिए. हमें उन्हें याद रखना चाहिए- वे हमारे देशभक्ति के प्रतीक और प्रेरणा हैं.'
शशि थरूर ने भी की थी प्रशंसा
इससे पहले, वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सर शंकरन नायर की प्रशंसा करते हुए उन्हें 'निडर देशभक्त' बताया था और कहा था कि उनकी विरासत को आधुनिक भारतीय इतिहास में अधिक पहचान मिलनी चाहिए. इस बयान के बाद राजनीति गरमा गई थी. बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह अपने ही राष्ट्रीय नायकों को सम्मान नहीं देती. शंकरन नायर 1897 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष थे.