हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को बताया कि राज्य में हाल की भारी बारिश के चलते अलग-अलग जिलों में मकान गिरने की घटनाओं में 12 लोगों की जान गई है. इनमें फतेहाबाद, भिवानी और कुरुक्षेत्र जैसे जिले शामिल हैं. भिवानी के कलिंगा गांव में एक घटना में तीन बच्चियों की मौत हो गई थी.
मृतकों के परिवार को 4-4 लाख की सहायता
मुख्यमंत्री ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की वित्तीय सहायता तुरंत जारी कर दी गई है. इसके अलावा मंत्रिमंडल के सभी मंत्री, बीजेपी विधायक और सरकार को समर्थन दे रहे तीन निर्दलीय विधायक अपनी एक माह की सैलरी राहत कार्यों के लिए देंगे.
राहत और बचाव कार्य जारी
सैनी ने बताया कि प्रभावित जिलों के लिए 3.26 करोड़ रुपये का रिजर्व फंड जारी किया गया है. इस राशि का इस्तेमाल खाने-पीने का सामान, कपड़े, अस्थायी शरणस्थल, पशुओं के लिए चारा, पेट्रोल-डीजल और राहत सामग्री की ढुलाई पर किया जा रहा है. मेडिकल टीमों को भी प्रभावित इलाकों में भेजा गया है.
‘ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल’ पर दर्ज हो रहा फसल नुकसान
सरकार ने 'ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल' शुरू किया है, जहां किसान अपनी फसल के नुकसान की शिकायत दर्ज कर सकते हैं. अब तक 5,217 गांवों के 2,53,440 किसानों ने लगभग 14.91 लाख एकड़ जमीन का पंजीकरण कराया है. अधिकारियों को फसल नुकसान का ड्रोन सर्वे करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
विस्थापितों के लिए राहत कैंप
मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन परिवारों को पानी भरने के कारण घर छोड़ना पड़ा है, उनके लिए राहत कैंप लगाए गए हैं. फसल नुकसान की भरपाई के लिए प्रति एकड़ 15,000 रुपये तक का मुआवजा दिया जाएगा. साथ ही हरे चारे की कमी दूर करने के लिए अन्य जिलों से सूखा चारा मंगाने की व्यवस्था की गई है.
विपक्ष पर तंज
मुख्यमंत्री ने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि अब जाकर वे प्रभावित लोगों से मिलने पहुंचे हैं, वरना पहले वे केवल सोशल मीडिया पर बयानबाजी तक सीमित रहते थे. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि "जब भी देश में आपदा आती है, कांग्रेस का युवराज विदेश चला जाता है, जबकि प्रधानमंत्री मोदी हमेशा लोगों के बीच खड़े रहते हैं."