गुजरात एटीएस ने ओखा के रहने वाले 33 वर्षीय दीपेश गोहिल को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि वो पाकिस्तान आर्मी की एक महिला अधिकारी को भारतीय कोस्ट गार्ड की बोट की जानकारी दे रहा था. दीपेश पिछले तीन साल से ओखा पोर्ट पर डिफेंस बोट्स पर वेल्डिंग, इलेक्ट्रिकल और फर्नीचर का काम कर रहा था. इसी दौरान पाकिस्तान आर्मी की अधिकारी साहिमा ने उसे फेसबुक के जरिए संपर्क किया और व्हाट्सएप के माध्यम से दोस्ती कर ली.
साहिमा ने दीपेश से कोस्ट गार्ड की बोट के नाम और नंबर की जानकारी मांगी, जिसे दीपेश ने पैसे के लालच में भेजना शुरू कर दिया. गुजरात एटीएस के एसपी सिद्धार्थ के अनुसार, दीपेश को इसके बदले हर दिन 200 रुपये मिलते थे. अब तक दीपेश को 42,000 रुपये मिल चुके हैं, जो उसने अपने दोस्त के अकाउंट में मंगवाए और कैश में लिए.
जासूसी के आरोप में दीपेश गोहिल गिरफ्तार
दीपेश को गिरफ्तार करने के बाद उसके फोन और मैसेज की जांच में पता चला कि वह पाकिस्तान से संचालित एक नंबर के संपर्क में था. एटीएस ने भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत शिकायत दर्ज की है.
पाकिस्तानी आर्मी को दे रहा था बोट की जानकारी
एसपी सिद्धार्थ ने कहा कि पाकिस्तान आर्मी और आईएसआई के एजेंट भारतीय समुद्री सुरक्षा को कमजोर करने के लिए ऐसे लोगों को पैसे का लालच देते हैं. कोस्ट गार्ड की बोट की जानकारी ड्रग्स तस्करी रोकने और युद्ध जैसी स्थिति में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है. इससे पहले भी पोरबंदर के पंकज कोटिया को इसी तरह जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. एटीएस लगातार ऐसे मामलों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं.