दिल्ली में इस साल बारिश का एक अलग ही पैटर्न देखने को मिल रहा है. देश की राजधानी दिल्ली के कुछ इलाकों में खूब बारिश हो रही है तो वहीं कुछ हिस्सों में कम बारिश हो रही है. दरअसल इसके पीछे का कारण है पैच पैटर्न. दक्षिण पश्चिम राजस्थान से लेकर मध्य भारत में बंगाल की खाड़ी तक चलने वाली मॉनसून ट्रफ रेखा इन दिनों एक महत्वपूर्ण मौसम प्रणाली है, जो क्षेत्रीय वर्षा के पैटर्न को प्रभावित कर रही है.
ये मौसमी गतिविधियां हैं जिम्मेदार
यह मौसम संबंधी घटना निचले क्षोभमंडल स्तर तक फैली हुई है, जिससे अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों से नमी के पोषण के लिए अनुकूल वातावरण तैयार हुआ है. वातावरण में नमी बढ़ने से कुछ स्थानों पर अच्छी बारिश देखने को मिल रही है. मध्य भारत पर मॉनसून ट्रफ ने नमी युक्त हवाओं को बढ़ा दिया है.
ये हवाएं वायुमंडल के निचले स्तरों पर इकट्ठा हो गई हैं, जिससे मौसमी गतिविधियों का विकास बढ़ा है. परिणामस्वरूप कई क्षेत्रों में हल्की वर्षा हुई, जो इस ट्रफ की स्थिति का प्रभाव था. दो बड़े जल निकायों अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नम हवा के विलय ने इन प्रक्रियाओं को तेज कर दिया, जिससे मौसम में बदलाव देखने को मिला है.
दिल्ली में मॉनसून ट्रफ का प्रभाव देखने को मिला है. राजधानी के कई इलाकों में हल्की बारिश हुई, कुछ अलग-अलग स्थानों पर मध्यम बारिश दर्ज की गई, जो 3 सेंटीमीटर तक पहुंच गई. बारिश के इस पैटर्न ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई है. अलग-अलग स्थानों पर मध्यम वर्षा ने मॉनसूनी प्रणालियों में परिवर्तन को भी उजागर किया है. जबकि कुछ क्षेत्रों में बमुश्किल बूंदाबांदी हुई. वहीं अन्य में अधिक वर्षा देखी गई, जो आमतौर पर मॉनसून में बदलाव को दर्शाती है.