
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार सुबह घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया. कई इलाकों में विजिबिलिटी बेहद कम रही, जिससे सड़क और हवाई यातायात दोनों पर असर पड़ा. मौसम विभाग ने दिनभर घने कोहरे की संभावना जताई है. गाजियाबाद के इंदिरापुरम समेत कई इलाकों से आई तस्वीरों में सड़कों पर घनी धुंध साफ देखी गई.
एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम ने चेतावनी दी है कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी को दिल्ली की हवा 'सीवियर' श्रेणी में जा सकती है. इसके बाद 2 जनवरी से हालात में थोड़ी राहत मिलने और हवा के 'वेरी पुअर' श्रेणी में लौटने की उम्मीद है. हालांकि, इसके बाद भी अगले छह दिनों तक प्रदूषण का स्तर 'वेरी पुअर' बना रह सकता है. अधिकारियों के मुताबिक, खराब वेंटिलेशन इंडेक्स और 10 किलोमीटर प्रति घंटे से कम रफ्तार की हवाएं इसकी मुख्य वजह हैं.
घने कोहरे के चलते हवाई सेवाओं पर भी असर पड़ा है. इंडिगो ने यात्रियों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि दिल्ली और उत्तर भारत के कई एयरपोर्ट्स पर कम विजिबिलिटी के कारण उड़ानों में देरी या बदलाव हो सकता है. एयरलाइन ने कहा कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और संचालन में जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं.

दिल्ली एयरपोर्ट प्रशासन ने भी यात्रियों से अपील की है कि वे एयरपोर्ट आने से पहले अपनी फ्लाइट का स्टेटस जरूर जांच लें. इसी तरह एयर इंडिया ने भी पहले से कुछ सुबह की उड़ानों को रद्द करने की जानकारी दी है, ताकि यात्रियों को लंबा इंतजार न करना पड़े.

हिंडन एयरपोर्ट पर भी कोहरे की वजह से उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ है. यात्रियों को रीबुकिंग या रिफंड का विकल्प अपनाने की सलाह दी गई है. मंगलवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 388 दर्ज किया गया था, जो 'वेरी पुअर' श्रेणी में है. नए साल के जश्न से पहले ठंड, कोहरा और प्रदूषण मिलकर दिल्लीवासियों की मुश्किलें और बढ़ा सकते हैं.