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i20 का बोनट आधा खुला क्यों था? दिल्ली ब्लास्ट में इस्तेमाल कार की तस्वीर से उठे सवाल

दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास हुए धमाके की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. अब उस i20 कार की तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें ये धमाका हुआ था. इस कार को बदरपुर बॉर्डर से दिल्ली में आते भी सीसीटीवी में कैद किया गया है.

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धमाके में शामिल i20 कार करीब 3 घंटे तक सुनहरी मस्जिद के पास की पार्किंग में खड़ी रही थी. (File Photo- ITG)
धमाके में शामिल i20 कार करीब 3 घंटे तक सुनहरी मस्जिद के पास की पार्किंग में खड़ी रही थी. (File Photo- ITG)

लाल किले के सामने हुए धमाके के पीछे पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ होने का शक है. कारण, गाड़ी में आईईडी लगाकर विस्फोट करने में वो माहिर है. धमाके वाली कार चला रहा डॉक्टर मोहम्मद उमर पुलवामा के कोइल इलाके का रहने वाला था और फरीदाबाद के अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के तौर पर काम कर रहा था.

पुलिस ने उमर के दोनों भाइयों और मां को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. वहीं पुलवामा में उसके रिश्तेदारों के 12 मोबाइल फोन छानबीन के लिए लिए गए हैं.

जिस i20 कार में धमाका हुआ, वह इसी उमर की थी. धमाका इतना जोरदार था कि कार के टुकड़े 200 से 300 मीटर दूर तक उड़ गए. उसकी स्टीयरिंग, तार और दूसरे हिस्से सड़कों पर बिखरे मिले, जिसे पुलिस अधिकारी और फॉरेंसिक टीम ने इकट्ठा किया है. कार की स्टीयरिंग पर खून के छींटे भी देखे जा सकते हैं. वहीं, अब तक की जानकारी के मुताबिक कार में उमर अकेला ही था.

धमाके में शामिल कार का बोनट क्यों खुला था?

इस बीच धमाके वाली कार की तस्वीर से एक बड़ा सवाल खड़ा हुआ है. दरअसल, तस्वीरों में दिख रहा है कि डॉक्टर उमर की कार का बोनट पूरी तरह बंद नहीं था. यानी वो थोड़ा खुला हुआ था. इससे ये सवाल उठता है कि क्या गाड़ी के पिछले हिस्से के अलावा इंजन में भी विस्फोटक लगा था? फिलहाल यही कहा जा रहा है कि कार के पिछले हिस्से में विस्फोटक था. लेकिन उसका आधा खुला बोनट संदेह पैदा करता है. वैसे भी बैटरी से बम को उड़ाने के लिए इलेक्ट्रिक चार्ज मिलना आसान होता है.

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3 घंटे तक पार्किंग में खड़ी थी कार

धमाके के मुख्य आरोपी डॉक्टर उमर को कार के साथ दोपहर 3 बजकर 19 मिनट पर लाल किला की सुनहरी मस्जिद पार्किंग की एंट्री गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद किया गया. यानी इसी समय वो i20 कार को लेकर वहां पहुंचा था. 3 घंटे तक कार लाल किले के पास सुनहरी मस्जिद के पास की पार्किंग में खड़ी रही. और फिर शाम 6 बजकर 48 मिनट पर उमर उसे पार्किंग से बाहर लेकर निकला. इसके चार मिनट बाद नेताजी सुभाष मार्ग पर लाल किला मेट्रो स्टेशन गेट नंबर एक पर धमाका हो गया.

बदरपुर बॉर्डर पर सीसीटीवी में दिखी कार

इस कार को बदरपुर बॉर्डर से दिल्ली में आते भी सीसीटीवी में कैद किया गया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक बदरपुर बॉर्डर से लाल किले की सुनहरी मस्जिद की पार्किंग तक और आउटर रिंग रोड से कश्मीरी गेट से लालकिले रूट के कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को बारीकी से देखा गया है. तकरीबन 200 पुलिस कर्मियों ने सीसीटीवी फुटेज कई रूट्स पर चेक किए है. सूत्रों के मुताबिक अलग-अलग जगह से सीसीटीवी के हिसाब से करीब 13 लोगो को शक के दायरे में लेकर पूछताछ कर रही है.

किस विस्फोटक से हुआ इतना जबरदस्त धमाका?

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इतना जबरदस्त धमाका किस विस्फोटक से किया गया, इसका पता लगाया जा रहा है. इसके लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने फरीदाबाद क्राइम ब्रांच और J&K पुलिस से फरीदाबाद से रिकवर हुए विस्फोटक की जानकारी मांगी है. शुरुआती जांच में अमोनियम नाइट्रेट होने का शक है, लेकिन FSL रिपोर्ट के बाद साफ होगा की एक्सप्लोसिव किस चीज का था. आज FSL की पहली रिपोर्ट सामने आ सकती है.

एजेंसियों को शक है कि धमाके के लिए ANFO यानी Ammonium Nitrate Fuel Oil का इस्तेमाल किया गया है. दिल्ली पुलिस को आशंका है कि फरीदाबाद में डॉक्टर मुजम्मिल की मदद स्लीपर सेल ने की है. उनकी मदद से मुजम्मिल ने इतने बड़े पैमाने पर विस्फोटक जुटाया. फिलहाल पुलिस मुजम्मिल के मददगारों की तलाश में है. फरीदाबाद पुलिस आज भी जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी कर रही है. इस धमाके के पीछे फरीदाबाद मॉड्यूल का हाथ माना जा रहा है. तारिक और आमिर को पूछताछ के लिए श्रीनगर लाया गया है.

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