दिल्ली के एक प्राइवेट मैनेजमेंट कॉलेज में छात्राओं से यौन उत्पीड़न के आरोपी चैतन्यानंद को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसकी गिरफ्तारी आगरा से हुई है. वहीं अब 2016 में उसके खिलाफ पहली शिकायत दर्ज कराने वाली छात्रा ने कई बड़े खुलासे किए हैं. छात्रा ने आजतक से बताया कि चैतन्यानंद खुद को भगवान बताता था और लड़कियों को परेशान करने के उसके पास कई तरीके थे. अगर पहले ही उसके खिलाफ कार्रवाई हो जाती तो आज 17 लड़कियों के साथ ऐसा नहीं होता.
चैतन्यानंद के खिलाफ छात्रा ने 2016 में दिल्ली के वसंत कुंज में FIR दर्ज करवाई थी. छात्रा ने बताया कि चैतन्यानंद शुरुआत से ही छात्राओं को परेशान करता था. ऐसे में शुरू में ही सभी असली डॉक्यूमेंट्स जमा करा लिए जाते थे. डॉक्यूमेंट्स जमा कराने के बाद वह लड़कियों को ब्लैकमेल करता था और कहता था कि मेरे कमरे में आओ नहीं तो डॉक्यूमेंट्स नहीं दूंगा. एग्जाम में फेल करवा दूंगा और कॉलेज से भी बाहर निकलवा दूंगा.
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विदेश भेजने का देता था लालच
चैतन्यानंद विदेश भेजने का लालच देने के अलावा नौकरी पर रखवाने का भी लालच दिया करता था. छात्राओं से कहता था कि हमारे साथ डिनर पर चलो. हमारे साथ बाहर चलो. वह पूर्व स्टूडेंट्स को वार्डन के तौर पर रखता था. ये वार्डन छात्राओं से चैतन्यानंद की चैट डिलीट करवाती थीं.
छात्रा ने बताया कि मैंने छेड़छाड़, मेंटली हैरासमेंट की शिकायत की थी. जिसके बाद चैतन्यानंद ने मेरा लैपटॉप, मोबाइल, डाक्यूमेंट्स जब्त कर लिया था. मेरे डॉक्यूमेंट्स अब भी उसके पास पड़े हुए हैं. मुझे मजबूरन वहां से भागना पड़ा. चैतन्यानंद का परेशान करने का एक तरीका नहीं होता था, उसके पास कई तरीके होते थे.
पुलिस को कॉलेज में घुसने की नहीं थी इजाजत
अगर मेरी शिकायत पर सुनवाई हो जाती तो इतनी सारी लड़कियों को परेशान नहीं होना पड़ता. मैंने शिकायत में बताया था कि मैं जो नहीं चाहती हूं, वो फेवर चैतन्यानंद मुझसे मांगता था. वह बोलता था मेरी बात मानो. मैं स्वामी हूं... मैं भगवान हूं. वह मुझे हर दिन मैसेज करता था. पुलिस को कॉलेज के अंदर घुसने की इजाजत नहीं थी.
स्वामी गिरफ्तार हुआ अच्छी बात है. पुलिस ने गिरफ्तार किया... मीडिया का भी बड़ा रोल रहा है. इंसाफ हुआ, लेकिन आधा इंसाफ हुआ है. उसे कड़ी सजा मिले. ताकि लड़कियों के साथ इंसाफ हो सके.