पूर्व दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने केजरीवाल सरकार पर बिजली कंपनियों को फायदा पहुंचाने के गंभीर आरोप लगाए हैं. अजय माकन ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने बिजली कंपनियों को बिना ऑडिट किए 8500 करोड़ रुपये दिए हैं. माकन ने कहा कि हमारा यह कहना है कि अगर यह पैसा सीधे जनता के अकाउंट में जाता तो 200 यूनिट ही नहीं 400 यूनिट बिजली फ्री मिलती.
Kejriwal Govt gave subsidy of Rs 8532 croes directly to the Pvt Distribution Companies. If through DBT, directly to the Bank accounts of benefiaries- not 200- But upto 400 Units can be free. Pvt DISCOMS have earned Rs 10,000 crores by tariff hikes in last https://t.co/sUThrq3Wqx
— Ajay Maken (@ajaymaken) August 29, 2019
अजय माकन ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में जो पैसा बच रहा है वह आधा पैसा कंपनियों की जेब में जा रहा है केजरीवाल साहब बताएं कि यह सीधा पैसा क्यों नहीं जनता को दिया जा रहा है. कांग्रेस शासन को याद करते हुए माकन ने कहा कि हमारे यानी शीला सरकार के समय में जो बचत पैसा केरोसिन पर मिलता था उसे सीधा जनता के अकाउंट में दिया जाता था. केंद्र की योजना का जिक्र करते हुए माकन ने कहा कि अभी उज्ज्वला योजना में गैस सिलेंडर के बचे हुए पैसे सीधे जनता के अकाउंट में जा रहे हैं, तो दिल्ली में केजरीवाल ये प्लान लागू क्यों नहीं करते हैं?
माकन ने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये आर्थिक रूप से भ्रष्टाचार है कि आखिर क्यों केजरीवाल प्राइवेट कंपनियों को जनता का पैसा दे रहे हैं. माकन ने कहा कि अनिल अंबानी को जो पहले करप्ट कहते थे और अब यह इतने अच्छे हो गए हैं कि इन्हें 8500 करोड़ रुपया दे दिया गया है वह भी बिना ऑडिट किए. केजरीवाल बताएं कि साढे 8000 रुपये के लाभार्थी कौन है हमें लिस्ट बताएं.
माकन ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वायदा करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी यदि सत्ता में आती है तो जनता के अकाउंट में सीधा पैसा जाएगा और 200 यूनिट की बजाय 400 यूनिट बिजली फ्री होगी. अध्यक्ष बनने की बात से किनारा करते हुए माकन ने कहा कि मैंने पहले भी कहा है कि मैं किसी भी तरीके से दिल्ली में अध्यक्ष बनने की रेस में नहीं हूं ना ही मैं बनूंगा, मगर जनता से जुड़े हुए मुद्दे उठाता रहूंगा, क्योंकि 15 साल मैंने अलग अलग मंत्रालय में काम किया है.