बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की नेता राबड़ी देवी के उस आरोप पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जवाब दिया है जिसमें उन्होंने जेल में बंद लालू यादव की जान को खतरे की बात कही है. पत्रकारों ने पीयूष गोयल से इससे जुड़ा एक सवाल पूछा जिस पर उन्होंने कहा कि 'आरोप लगाने पर कोई जीएसटी नहीं लगता.'
राबड़ी देवी ने शनिवार को झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार को तनाशाही सरकार बताते हुए अपने पति लालू प्रसाद की जान पर खतरे की आशंका जताई. राबड़ी देवी ने शनिवार को ट्वीट किया, "अस्पताल में उपचाराधीन लालू प्रसाद जी विधि सम्मत हर शनिवार तीन लोगों से मिल सकते हैं लेकिन तानाशाह बीजेपी सरकार ने इस पर भी रोक लगा दी है. मेरे बेटे को भी नहीं मिलने दिया. ये जहरीले लोग लालू जी के साथ साजिश कर उन्हें गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं. उनकी जान को खतरा है."
अस्पताल में उपचाराधीन आदरणीय @laluprasadrjd जी विधि सम्मत हर शनिवार तीन व्यक्तियों से मिल सकते है लेकिन तानाशाही भाजपाई सरकार ने इस पर भी रोक लगा दी है।मेरे बेटे को भी नहीं मिलने दिया।ये ज़हरीले लोग लालू जी के साथ साज़िश कर उन्हें गंभीर नुक़सान पहुँचा सकते है।उनकी जान को ख़तरा है pic.twitter.com/6AE2E625k9
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) April 20, 2019
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इसके जवाब में कहा, 'लालू प्रसाद कानूनी कार्यवाही के तहत जेल में बंद हैं. वे चारा घोटाले के आरोपी हैं और उन्हें देश की जनता को जवाब देना है. हम लोगों ने उन्हें हवालात में बंद नहीं कराया है.' गोयल ने आगे कहा, 'हमारी पार्टी बहुत बड़ी जीत के साथ दोबारा सत्ता में आ रही है.'
आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी ने अपने ट्विटर हैंडल पर रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार, होटवार के नोटिस बोर्ड की तस्वीर भी शेयर की है. इसमें लिखा है कि विधि व्यवस्था की समस्या को देखते हुए 20 अप्रैल को सजावार बंदी लालू प्रसाद से मुलाकात बंद रहेगा. गौरतलब है कि चर्चित चारा घोटाले के कई मामलों में लालू प्रसाद इन दिनों रांची की होटवार जेल में सजा काट रहे हैं. स्वास्थ्य में गड़बड़ी के कारण वे इन दिनों रांची के एक अस्पताल रिम्स में भर्ती हैं.
बीजेपी सरकार ज़हर देकर अस्पताल में लालू जी को मारना चाहती है। परिवार के किसी भी सदस्य को महीनों से मिलने नहीं दिया जा रहा है। भारत सरकार पगला गया है। नियमों को दरकिनार कर उपचाराधीन लालू जी के साथ तानाशाही सलूक किया जा रहा है।बिहार की जनता सड़क पर उतर गयी तो अंजाम बहुत बुरा होगा। pic.twitter.com/p51SoWT7Hg
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) April 20, 2019
बिहार में आरजेडी महागठबंधन की सहयोगी पार्टी के नाते 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. लालू प्रसाद जेल में बंद हैं, इसलिए चुनाव की पूरी तैयारी राबड़ी देवी और उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव के कंधे पर है. महागठबंधन में आरजेडी जहां 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है तो कांग्रेस के खाते में 9 सीटें गई हैं. जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से रिश्ता तोड़ चुके और लोकतांत्रिक जनता दल नाम की नई पार्टी बनाने वाले शरद यादव भी आरजेडी के चुनाव चिन्ह लालटेन छाप पर मधेपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं.
महागठबंधन के अन्य घटक दलों में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) को पांच, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को तीन-तीन सीटें दी गई हैं. भाकपा (माले) को आरजेडी कोटे से एक सीट दी गई है.
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में महागठबंधन खासकर आरजेडी और बीजेपी ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाना तेज कर दिया है. अभी हाल में बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने खुलासा करते हुए दावा किया कि आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद ने चारा घोटाला मामले में मदद के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री से मुलाकात की थी और कहा था कि अगर उन्हें मदद मिलती है तो 24 घंटे के अंदर नीतीश कुमार का 'इलाज' कर देंगे.
इससे पहले राबड़ी देवी ने दावा किया था कि जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर आरजेडी में अपनी पार्टी के विलय सहित कई प्रस्तावों को लेकर लालू प्रसाद से कई बार मिल चुके हैं. तेजस्वी प्रसाद और तेज प्रताप में किसी प्रकार के विवाद से इनकार करते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि आरजेडी और उनका घर टूटने वाला नहीं है. बिहार विधान परिषद में विपक्ष की नेता राबड़ी देवी ने एक क्षेत्रीय न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि प्रशांत किशोर आरजेडी अध्यक्ष से नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कराना चाहते थे.