बिहार की कुढ़नी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को जीत मिली है. इस चुनाव में महागठबंधन की ओर से लड़ रहे जदयू के प्रत्याशी मनोज कुशवाहा को बीजेपी के केदार गुप्ता ने मात दी. लालू यादव की पार्टी आरजेडी ने कुढ़नी उपचुनाव में मिली हार का ठीकरा नीतीश कुमार के सिर फोड़ा है. यहां तक कि पार्टी के पूर्व विधायक ने नीतीश कुमार से सीएम पद से इस्तीफा देने की मांग करते हुए और तेजस्वी यादव को पद सौंपने की मांग की.
कुढ़नी से RJD के पूर्व विधायक अनिल सहनी ने कहा कि ये हार महागठबंधन की नहीं है. ये हार नीतीश कुमार की है. ये चुनाव हम नीतीश कुमार की जिद की वजह से हारे. वे गोपागंज और मोकामा में प्रचार करने तक नहीं गए. उन्होंने कहा कि जिस तरह से तेजस्वी यादव ने उपचुनाव में पार्टी चुनाव चिन्ह का त्याग किया. उसी तरह से नीतीश कुमार को भी सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और महागठबंधन को मजबूत करने के लिए तेजस्वी यादव को सीएम बनाना चाहिए.
कुढ़नी उपचुनाव में मिली महागठबंधन को हार
बिहार में 5 दिसंबर को कुढ़नी उपचुनाव के लिए मतदान हुआ था. गुरुवार को आए नतीजों में यहां से भाजपा के केदार प्रसाद गुप्ता ने जीत दर्ज की है. भाजपा ने जदयू को लगभग 3645 वोटों से हराया है. यहां BJP को 76,653 और जदयू को 73,008 वोट मिले.
लोकसभा चुनाव के पहले कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव को बिहार की राजनीति में सेमीफाइनल माना जा रहा था. कुढ़नी विधानसभा सीट से आरजेडी विधायक रहे अनिल सहनी' को एमपी-एमएलए कोर्ट से अयोग्य ठहराए जाने के बाद ये उपचुनाव हुए थे. इस सीट पर आरजेडी के बजाय जेडीयू ने अपना उम्मीदवार मैदान में उतारा था. 2020 के चुनाव में आरजेडी को टक्कर देने वाले केदार गुप्ता मैदान में थे, जो महज 712 वोटों से हार गए थे.