बिहार में गया के विष्णुपद मंदिर क्षेत्र में भारत के पूर्व वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली का परिवार एक दिवसीय पिंडदान करने पहुंचे है. पिंडदान करने के लिए स्वर्गीय अरुण जेटली की धर्म पत्नी संगीता जेटली तथा उनके बेटे रोहन जेटली पहुंचे हैं. उनके बेटे रोहन जेटली अपने पिता और अपने पूर्वजों के मोक्ष की प्राप्ति के लिए पिंडदान किए हैं.
जानकारी के मुताबिक, पिंडदान करने के बाद अरुण जेटली का परिवार विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु के चरण का दर्शन किया है. वहीं, विष्णुपद प्रबंधक कार्यकारिणी के सदस्य मणि लाल पाठक ने बताया कि मंगलवार को भारत के पूर्व वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली जी का परिवार पिंडदान करने आए हैं. उनके साथ उनके बहनोई भी पिंडदान करने पहुंचे हैं.
पिता के साथ पूर्वजों का भी किया पिंडदान
मणि लाल ने आगे बताया कि आज सभी लोग गया में भगवान विष्णु के चरण में बैठ कर विधिवत पिंडदान किए हैं. यहां पिंडदान करने के बाद सभी लोग गया के अक्षयवट में पिंडदान करने गए. बड़े ही श्रद्धा पूर्वक यह सभी लोग पिंडदान कर रहे हैं. सभी लोग एक दिवसीय पिंडदान कर रहे हैं. उन्होंने अपने पिता के पिंडदान के साथ अपने पूर्वजों का भी पिंडदान की हैं.
24 अगस्त 2019 को ली थी अंतिम सांस
बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का निधन 24 अगस्त 2019 को 12 बजकर 7 मिनट पर हुई थी. वो दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में अंतिम सांस ली थी. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. अरुण जेटली को 9 अगस्त को एम्स (AIIMS) में भर्ती कराया गया था. एम्स के वरिष्ठ डॉक्टर उनका इलाज कर रहे थे.