शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जिस तरह पानी और भोजन की जरूरत होती है, उसी तरह गहरी और अच्छी नींद की भी जरूरत होती है. डॉक्टरों के मुताबिक इंसान को स्वस्थ रहने के लिए 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए. हालांकि उम्र, मेडिकल कंडीशन भी नींद की क्वांटिटी में अहम भूमिका निभाती है. आपको बता दें कि डीप और क्वालिटी सीप ना लेने पर मोटापा, डिप्रेशन, थकान, कमजोरी, दिल के रोग, टाइप 2 डायबिटीज और हाई ब्लडप्रेशर जैसी कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
इसके अलावा नींद की कमी से आपकी रोजमर्रा की दिनचर्या भी प्रभावित होती है. आपको दिन पर किसी भी काम पर ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत हो सकती है, पढ़ाई में दिक्कत हो सकती है, चिंता और घबराहट जैसी समस्याएं हो सकती हैं. यहां हम आपको बता रहे हैं कि नींद की कमी किन बड़ी बीमारियों का रिस्क बढ़ा सकती है.
नींद की कमी से बढ़ सकता है वजन
नींद की कमी आपके शरीर में भूख को कंट्रोल करने वाले हार्मोन को डिस्टर्ब करती है जिससे आपकी भूख बढ़ती है और आपका बार-बार कुछ ना कुछ खाने का मन करता है जिससे आपके शरीर का वजन बढ़ सकता है और आप मोटापे का शिकार हो सकते हैं.
मेंटल हेल्थ हो सकती है बर्बाद
आपकी मेंटल हेल्थ और नींद के बीच गहरा संबंध है. नींद की कमी से अवसाद, तनाव और चिंता जैसी दिक्कतें बढ़ती हैं. यह आपकी मौजूदा मानसिक परेशानियों को और भी बदतर बना सकती है. नींद की कमी से मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं भी होती हैं.
बढ़ सकता है हार्ट डिसीस का रिस्क
नींद की कमी हाई ब्लडप्रेशर के रिस्क को बढ़ा सकती है जिससे आपको दिल का दौरा आने और स्ट्रोक होने का खतरा होता है. अगर आपको पहले से ही दिल की बीमारियां हैं तो आपको बहुत ज्यादा गंभीर होने की जरूरत है.