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Aajtak Health Summit 2025: क्या है युवाओं के फिटनेस के ताले की चाभी? दो राज्यों के हेल्थ मिनिस्टर्स ने साझा क‍िए अपने अनुभव

Aajtak Health Summit 2025 में बच्चों की सेहत और उनके बचपन की आदतों पर खास ध्यान दिया गया. इस मौके पर दो राज्यों के मंत्री विश्वास सारंग और धन सिंह रावत सहित कई एक्सपर्ट्स ने बताया कि बचपन में खाया गया खाना, स्क्रीन टाइम और फिजिकल एक्टिविटी सीधे तौर पर पूरे जीवन की हेल्थ को प्रभावित करती हैं. उन्होंने माता-पिता को बच्चों की पोषण और एक्टिव लाइफस्टाइल के महत्व पर जोर देने की सलाह दी.

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Aajtak Health Summit 2025: स्वास्थ्य मंत्र‍ियों ने बताया हेल्थ का फंडा (ITG Photo)
Aajtak Health Summit 2025: स्वास्थ्य मंत्र‍ियों ने बताया हेल्थ का फंडा (ITG Photo)

Aajtak Health Summit 2025:  इस समिट के मंच पर हेल्थ इज वेल्थ थीम पर खास चर्चा हुई. इसमें उत्तराखंड के हेल्थ मिनिस्टर डॉ. धन सिंह रावत और मध्यप्रदेश के मेडिकल एजुकेशन और स्पोर्ट्स मिनिस्टर विश्वास सारंग ने अपने-अपने राज्यों की पहल साझा की. दोनों मंत्रियों का मानना था कि सेहत और खेल एक-दूसरे के पूरक हैं और आज की युवा पीढ़ी को फिटनेस के साथ खेलों की ओर भी ध्यान देना चाहिए.

रोज़ 10 किलोमीटर चलता हूं: धन सिंह रावत

मंच पर आते ही धन सिंह रावत ने अपनी फिटनेस जर्नी भी शेयर की. उन्होंने कहा कि मैं खुद रोज 10 किमी चलता हूं, क्योंकि नेता को सिर्फ बोलना नहीं, जीकर दिखाना भी चाहिए. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में आयुष्मान योजना और अटल आयुष्मान योजना से अब तक लाखों लोगों को फायदा हुआ है. बुजुर्गों के लिए 10 से 20 लाख तक का हेल्थ कवर दिया गया है. मुफ्त डायलिसिस, मोतियाबिंद ऑपरेशन और प्रसूता महिलाओं के लिए अलग स्कीम्स चलाई जा रही हैं.

ऑपरेशन थिएटर तक पैदल मरीज ले जाना पड़ता था

धन सिंह रावत ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में हेल्थ सर्विस सबसे बड़ी चुनौती है.कई गांव ऐसे हैं जहां सड़क नहीं है. वहां मरीज को डंडी कंडी से अस्पताल तक लाना पड़ता है. अब हमने एंबुलेंस और एयर एंबुलेंस की सुविधा शुरू की है.  उन्होंने कहा कि राज्य में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से बढ़ रहा है. इनमें 8 मेडिकल कॉलेज, नए नर्सिंग कॉलेज और  डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए बॉन्ड सिस्टम और PG सरकारी खर्च पर हो रहा है. 

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खेलोगे कूदोगे तो बनोगे लाजवाब: विश्वास सारंग

मध्यप्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि पुरानी सोच थी खेलोगे कूदोगे तो होगे खराब लेकिन अब वक्त बदल चुका है. अब कहावत है  खेलोगे कूदोगे तो बनोगे लाजवाब. उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में आज 11 स्पोर्ट्स अकादमी हैं जहां वर्ल्ड क्लास शूटिंग अकादमी, वाटर स्पोर्ट्स और इक्वेस्ट्रियन सेंटर, हॉकी में मध्यप्रदेश की नर्सरी है. 

यहां गरीब बच्चों को फ्री ट्रेनिंग, कोचिंग और रहने की सुविधा दी जाती है. यही वजह है कि मध्यप्रदेश आज खेलों में 17वें नंबर से तीसरे स्थान पर पहुंच गया है.

बचपन की आदतें बनाती हैं सेहत की नींव

विश्वास सारंग ने कहा कि बच्चों के सही पोषण और लाइफस्टाइल पर ध्यान देना माता-पिता की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है. उन्होंने बताया कि बचपन में खाए गए सही और संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और फिजिकल एक्टिविटी बच्चों के पूरे जीवन की हेल्थ को बेहतर बनाते हैं. बच्चों में मोटापा, पोषण की कमी और स्क्रीन टाइम जैसी समस्याओं को बचपन में ही नियंत्रित करना जरूरी है.

हेल्थ सेक्टर में MP का मॉडल

विश्वास सारंग ने कहा कि मध्यप्रदेश में भी आयुष्मान योजना और मुफ्त दवा वितरण ने हेल्थकेयर को मजबूत किया है. उन्होंने इंदौर और भोपाल का उदाहरण देते हुए कहा कि ये शहर सिर्फ साफ-सुथरे ही नहीं बल्कि हेल्दी भी बन चुके हैं. बता दें कि सम्म‍िट में दोनों मंत्रियों ने माना कि फिटनेस और स्पोर्ट्स साथ-साथ चलते हैं. हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और खेलों में निवेश से देश का भविष्य मजबूत होगा. सफाई, हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल को अपनाना जरूरी है. 

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