सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें शेयर करते हुए नंदिनी मंडल नाम की एक हिंदू लड़की की कथित कहानी खूब सुनाई जा रही है, जिसके मुताबिक नंदिनी ने 2023 में अपने मुस्लिम बॉयफ्रेंड अब्दुल आदिल खान से शादी कर ली थी. इसके बाद अब्दुल ने दो साल तक नंदिनी का शोषण करने के बाद उसे मार-पीट कर घर से निकाल दिया.
पहली फोटो में चेक प्रिंट्स वाली शर्ट पहने हुए एक आदमी और साड़ी पहने हुए एक महिला दिख रही है. आदमी को मुस्लिम और महिला को हिंदू बताया गया है. वहीं, दूसरी तस्वीर एक जले हुए चेहरे वाली महिला की है. ऐसा कहा जा रहा है कि दोनों तस्वीरों में दिख रही महिला नंदिनी ही है, जिसका उसके मुस्लिम पति ने ये हाल किया.
वायरल पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए बहुत सारे लोग कह रहे हैं कि नंदिनी के साथ बिल्कुल ठीक हुआ.

ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये तस्वीरें बांग्लादेश की एक एक्ट्रेस ज्योति इस्लाम की हैं और इनके साथ सुनाई जा रही कहानी पूरी तरह झूठ है. जहां पहली तस्वीर एक फिल्म पोस्टर की है, वहीं दूसरी फोटो एक शूटिंग के वीडियो से ली गई है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
जले हुए चेहरे वाली लड़की की फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें बांग्लादेशी एक्ट्रेस ज्योति इस्लाम की 21 अक्टूबर की एक फेसबुक पोस्ट मिली. इसमें एक वीडियो है जिसमें उनका चेहरा जला हुआ नजर आ रहा है. साफ पता लग रहा है कि ये सिर्फ मेकअप का इफेक्ट है. वायरल पोस्ट की दूसरी फोटो, इसी वीडियो से ली गई है. ज्योति इस्लाम ने अपनी पोस्ट के कैप्शन में “#shooting” और “#BanglaNatok” लिखा है. इसके अलावा एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया है कि ये बस एक शूटिंग सीक्वेंस का हिस्सा है. एक अन्य कमेंट में उन्होंने लिखा है कि ये वीडियो “आमी नुसरत बोलची” (मैं नुसरत बोल रही हूं) नाम के बांग्ला नाटक की शूटिंग से संबंधित है. बांग्ला नाटक, बांग्लादेश में प्रचलित एक तरह की शॉर्ट फिल्म है.

ज्योति ने 30 अक्टूबर को “आमी नुसरत बोलची” फिल्म का पोस्टर शेयर किया था.
थोड़ा और सर्च करने पर हमें ज्योति के इंस्टाग्राम अकाउंट पर वायरल पोस्ट की पहली तस्वीर भी मिल गई. साफ पता लग रहा है कि ये एक बांग्ला फिल्म का पोस्टर है, जिसका हिंदी अनुवाद है, “विधवा पत्नी”. ये फिल्म यहां देखी जा सकती है.

हमें ऐसी कोई हालिया खबर नहीं मिली जिसमें जारा इस्लाम नाम की किसी महिला के अपने पति द्वारा शोषण या चेहरा जलाए जाने का जिक्र हो. साफ है, एक बांग्लादेशी अभिनेत्री की तस्वीरें एक फर्जी सांप्रदायिक एंगल के साथ पेश की जा रही हैं.