सोशल मीडिया पर गृहमंत्री अमित शाह का एक ट्वीट वायरल हो रहा है. अमित शाह के इस ट्वीट में लिखा गया है कि उन्हें गले के पिछले हिस्से में बोन कैंसर हुआ है. साथ ही इसमें अपील की गई है कि रमजान के इस महीने में मुस्लिम समाज के लोग शाह के अच्छे स्वास्थ्य के लिए दुआ करें.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल हो रहा ट्वीट फर्जी है. अमित शाह ने ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया है.
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
वायरल ट्वीट में लिखा गया है, "मेरे देश की जनता, मेरे द्वारा उठाया गया हर एक कदम देश हित में ही रहा है, मेरा किसी जाती या धर्म विशेष के व्यक्ति से कोई दुश्मनी नहीं है, कुछ दिनों से बिगड़े स्वास्थ्य के चलते देश की जनता की सेवा नहीं कर पा रहा हूं, यह बताते हुए दुख हो रहा है मुझे गले के पिछले हिस्से में बोन कैंसर हुआ है, मैं आशा करता हूं, रमजान के इस मुबारक महीने में मुस्लिम समाज के लोग भी मेरे स्वास्थ के लिए दुआ करेंगे और जल्द ही स्वस्थ होकर आपकी सेवा करूंगा."
इस ट्वीट को ध्यान से देखने पर सारा मामला समझ आ गया. सबसे पहले इस ट्वीट में कई त्रुटियां हैं. उदाहरण के लिए इसमें जाति को "जाती" लिखा गया है, इसी तरह इस वाक्य की बनावट भी ठीक नहीं है- "मेरी किसी जाती या धर्म विशेष के व्यक्ति से कोई दुश्मनी नहीं है".
इस ट्वीट को देखते ही समझ आता है कि यह ट्वीट जरूरत से ज्यादा लंबा है. हमने जब इसके कैरेक्टर्स को गिना तो पाया कि इसमें 149 कैरेक्टर्स ज्यादा हैं. एक ट्वीट में केवल 280 कैरेक्टर्स ही लिखे जा सकते हैं, अगर ट्वीट का कंटेंट इससे लंबा हो तो उसे दो अलग-अलग ट्वीट में तोड़ा जाता है.
इसके अलावा वायरल ट्वीट का कंटेंट भी अलाइंड नहीं है. आमतौर पर जब कोई ट्वीट करता है तो कंटेंट उसकी तस्वीर के नीचे नहीं आता जैसा कि वायरल ट्वीट में दिख रहा है.
हमें अमित शाह के ट्विटर अकाउंट पर उनका ताजा ट्वीट दिखा. 8 मई को किए गए इस ट्वीट में उन्होंने शुक्रवार को दिल्ली में सेंट्रल फोर्सेस के डायरेक्टर जनरल्स के साथ हुई रिव्यू मीटिंग की तस्वीर ट्वीट की थी. इस तस्वीर में वे तंदुरुस्त दिखाई दे रहे हैं.
Have asked all CAPFs to adopt innovative ways to contain the further spread of Corona virus among its ranks and ensure proper and timely health checks. Also instructed them to establish a dedicated hospital to treat the COVID-19 affected CAPF personnel. pic.twitter.com/uCO6vb4GJM
— Amit Shah (@AmitShah) May 8, 2020
इसके अलावा अमित शाह के ट्विटर अकांउट पर हमें बोन कैंसर से संबंधित कोई ट्वीट नहीं मिला. अगर अमित शाह ऐसा कुछ ट्वीट करते तो न केवल यह मीडिया में सुर्खियां बनता, बल्कि गृह मंत्रालय भी इस पर कोई न कोई स्टेटमेंट जारी करती, लेकिन न तो हमें इससे जुड़ी कोई मीडिया रिपोर्ट मिली और न ही मंत्रालय की तरफ से ऐसा कुछ कहा गया है. लिहाजा यह साफ है कि वायरल हो रहा ट्वीट फर्जी है.
हमारी यह स्टोरी प्रकाशित होने के बाद शनिवार शाम करीब 4 बजे गृह मंत्री अमित शाह खुद एक ट्वीट करके अपनी बीमारी संबंधी अफवाहों को खंडन किया है. उन्होंने अपने इस ट्वीट में खुद को पूरी तरह स्वस्थ बताया और फिक्रमंद लोगों व शुभचिंतकों का शुक्रिया अदा किया है. उनके ट्वीट को यहां देखा जा सकता है.
नोट: यह स्टोरी प्रकाशित होने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके अपनी बीमारी की अफवाहों का खंडन किया, जिसे अपडेट किया गया है.मेरे स्वास्थ्य की चिंता करने वाले सभी लोगों को मेरा संदेश। pic.twitter.com/F72Xtoqmg9
— Amit Shah (@AmitShah) May 9, 2020