
हैदराबाद से सांसद और ‘एआईएमआईएम’ पार्टी चीफ असदुद्दीन ओवैसी अक्सर प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों के आलोचक रहे हैं. हाल ही में इंटरनेट पर एक फोटो तेजी से वायरल हो रही है जिसमें ओवैसी और प्रधानमंत्री मोदी को सोफा पर बैठे एक दूसरे से बातचीत करते हुए देखा जा सकता है. ओवैसी के साथ उनकी पार्टी के नेता इम्तियाज जलील भी बैठे नजर आ रहे हैं.
कई सोशल मीडिया यूजर्स इस फोटो को असली मानकर शेयर कर रहे हैं. एक ट्विटर यूजर ने वायरल फोटो को शेयर करते हुए लिखा, “भाई भाई.” इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है.

‘आजतक फैक्ट चेक’ ने पाया कि वायरल हो रही फोटो फर्जी है. इसे दो अलग-अलग फोटोज को जोड़कर बनाया गया है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
हमने जब वायरल फोटो की सच्चाई जानने के लिए कीवर्ड की मदद से खोजने की कोशिश की तो हमें दोनों नेताओं के मुलाकात की कोई भी खबर नहीं मिली.
फोटो को रिवर्स सर्च करने पर पता चला कि ये तस्वीर मोदी और ओवैसी की मीटिंग की नहीं, बल्कि ओवैसी और उनके पार्टी कार्यकर्ता के मुलाकात की है. ओवैसी और इम्तियाज जलील की इस तस्वीर को ‘एआईएमआईएम’ औरंगाबाद के अध्यक्ष शारिक नक्शबंदी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी शेयर किया था.
हमने जब फोटो की सच्चाई जानने के लिए शारिक नक्शबंदी से संपर्क किया तो उन्होंने ‘आजतक’ को बताया कि वायरल फोटो फर्जी है. असली फोटो 2022 की है, जब ओवैसी औरंगाबाद से सांसद इम्तियाज जलील के घर आए थे और पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे थे. उन्होंने हमें बताया के वे भी उस समय वहीं मौजूद थे.
प्रधानमंत्री की तस्वीर कहां से आई?
ओवैसी के साथ चिपकाई गई प्रधानमंत्री मोदी की इस तस्वीर को उनकी एक विदेशी राजनेता के साथ मुलाकात से लिया गया है. दरअसल, मोदी की ये तस्वीर साल 2018 की है, जब वे कनाडाई विपक्ष की कंजरवेटिव पार्टी के नेता एंड्रयू शीर से मुलाकात कर रहे थे.

एंड्रयू शीर तब भारत (https://pib.gov.in/Pressreleaseshare.aspx?PRID=1549062 ) दौरे पर आए हुए थे. शीर ने अपने और मोदी के बीच हुई मुलाकात की तस्वीरों को अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर भी शेयर किया था. इस मीटिंग के दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूती देने पर चर्चा की गई थी.
साफ है कि मोदी और ओवैसी की मुलाकात वाली फोटो फर्जी है, जिसे एडिट करके बनाया गया है.
(रिपोर्ट - आशीष कुमार)