
लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश की 80 में से 37 सीटें जीतकर सब को चौंका दिया. अब इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए ये कहने की कोशिश की जा रही है कि सीटें बढ़ने के बाद सपा समर्थित मुस्लिम गुंडो ने यूपी में माहौल खराब करना शुरू कर दिया है.

वायरल हो रहा ये खौफनाक वीडियो किसी सीसीटीवी फुटेज का है, जिसमें किसी स्वीमिंग पूल के पास लोगों की भीड़ नजर आ रही है. ऐसा लग रहा है कि इनमें से कुछ लोगों में बहस हो रही है. लेकिन चंद सेकंड बाद एक आदमी, उससे बात कर रहे एक शख्स के सिर में गोली मार देता है. शख्स गिर जाता है और अफरा-तफरी मच जाती है.
दावा किया जा रहा है कि मेरठ के लोहियानगर में दाऊद, बिलाल, असलम और दानिश ने एक आदमी की उसके बच्चों के सामने हत्या कर दी. कई पोस्ट्स में तंज कसते हुए बताया गया है कि मारा गया आदमी एक हिंदू था.

वायरल हो रहे एक फेसबुक पोस्ट में लिखा है, “UP के मेरठ के लोहियानगर इलाक़े में बच्चों के सामने उनके पिता की हत्या स्विमिंग पूल के पास हुए विवाद में बाद हत्यारे ने कनपटी से सटाकर मारी गोली मो० दाऊद , मो० बिलाल, मो० असलम और दानिश के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज, फ़िलहाल सभी फ़रार. कल नतीजे आए और आज टोटी चोर का शानदार आगाज हुआ.अब भुगतो जाओ सो जाओ हिंदुओ चद्दर ओढ़कर AC चलाकर”. एक्स पर भी ये पोस्ट वायरल हो रहा है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये 4 जून की मेरठ की ही घटना है लेकिन इसमें मारा गया आदमी मुस्लिम समुदाय से ही था, न कि हिंदू.
इस वीडियो के बारे में सर्च करने पर हमें ‘ईटीवी भारत’ की एक खबर मिली जिसमें वीडियो वाली घटना के बारे में बताया गया है. खबर के अनुसार, मेरठ के लोहियानगर इलाके में 4 जून को अरशद नाम का एक आदमी अपने बच्चों के साथ स्विमिंग पूल में नहाने गया था. वहां उसकी दाऊद, बिलाल, असलम और दानिश नाम के लोगों से कहासुनी हो गई. इसी बीच बिलाल ने अरशद की कनपटी पर गोली मार दी. इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. आरोपी मौके से फरार हो गए.
अरशद खुद भी हिस्ट्रीशीटर रहा है और उस पर कुल 18 मुकदमे दर्ज हैं. रिपोर्ट्स में बताया गया है कि अरशद ने बिलाल के छोटे भाई दाऊद को किसी विवाद पर दुकान में बंद कर डंडो से पीटा था. इसके बाद से बिलाल उससे रंजिश रखने लगा था और बदला लेना चाहता था. “द प्रिंट” की खबर के मुताबिक, बिलाल पर भी हत्या और हत्या के प्रयास के मुकदमे दर्ज हैं.
वायरल पोस्ट में किए जा रहे दावे की पुष्टि करने के लिए हमने मेरठ एसपी सिटी आयुष विक्रम से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है क्योंकि इसमें आरोपी और मृतक दोनों ही मुस्लिम हैं.