कृषि कानूनों की वापसी के बाद भी किसान आंदोलन जारी है. कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसान अब न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानून बनाने की मांग पर अड़ गए हैं. किसानों और सरकार के बीच एमएसपी को लेकर बात अटकी हुई है. किसान नेता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को एजेंडा आज तक के मंच पर थे.
एजेंडा आज तक के मंच से ये दिल मांगे मोर सेशन में राकेश टिकैत ने बताया कि एमएसपी और कमेटी के मसले पर सरकार से किसानों की बात कहां अटकी है. उन्होंने कहा कि एमएसपी को लेकर सरकार कमेटी बनाए लेकिन इससे पहले एमएसपी को लेकर गारंटी कानून बनाए. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को बरगला रही है.
राकेश टिकैत ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक कमेटी बनी थी. आज आप ही जज हो, वकील हो, आपने इसी विषय पर पीएचडी की है. आप अपनी ही कमेटी की सिफारिश लागू कर दो. उन्होंने कहा कि कमेटियां तो पहले भी बनी थीं. सरकार ने स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश भी लागू नहीं की.
सरकार की ओर से एमएसपी को लेकर कमेटी बनाने के सरकार की ओर से कही जा रही बात पर भरोसा न करने को लेकर टिकैत ने कहा कि ये बड़े जालसाज लोग हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी धोखे की राजनीति कर रही है. एमएसपी, इसे लेकर कमेटी बनाने और मुकदमा वापसी को लेकर सरकार हमसे बातचीत करे.