जब भी बॉलीवुड में नेपोटिज्म पर बहस छिड़ती है तो करण जौहर का नाम जरूर सामने आता है. बॉलीवुड में स्टारकिड्स को लॉन्च करने के लिए करण जौहर फेमस हैं. अब करण जौहर ने नेपोटिज्म पर बात की है.
एक वीडियो इंटरव्यू में करण जौहर ने कहा- "हमने बॉलीवुड को 21 डेब्यूटेंट डायरेक्टर दिए हैं. मैं कह सकता हूं कि इनमें से 16-17 आउटसाइडर हैं. ये लोग फिल्म इंडस्ट्री से नहीं हैं. ये बिल्कुल बाहर से हैं."
करण ने सवाल पुछा, "मुझे इसका फायदा क्यों नहीं मिलता. मेरा प्रोडक्शन हाउस उन किड्स को लॉन्च कर रहा है जो निर्देशक/फिल्म निर्माता हैं. वे मेजर मोशन पिक्चर बना रहे हैं. वे इंडस्ट्री से नहीं हैं. मुझे इसका श्रेय क्यों नहीं मिलता?"
वरुण धवन के बारे में बात करते हुए करण जौहर ने कहा- "वरुण फिल्म माई नेम इज खान में मेरा असिस्टेंट था. उसने फिल्म के लिए बहुत मेहनत की."
करण ने कहा- "आलिया भट्ट वो थी जिसे मैंने एक बच्चे के रूप में देखा था. उसने 500 दूसरी लड़कियों के साथ स्टूडेंट ऑफ द ईयर के लिए ऑडिशन दिया था. जिसमें से लगभग 380 इंडस्ट्री से नहीं थी और आलिया उनमें से सिर्फ एक थी और उसे कोई तरजीह नहीं मिली."
"आलिया और वरुण अपने टैलेंट की वजह से राइज हुए. ऐसा नहीं है कि मैं किसी के लिए फिनिशिंग स्कूल चला रहा हूं. मुझे नहीं लगता कि लगातार इस चीज को जस्टिफाई करना होगा. अगर उनके पास टैलेंट नहीं होता तो ऑडियंश उन्हें स्वीकार नहीं करती. यहां तक एक प्रोड्यूसर के तौर पर मैं खुद उन्हें फिल्मों में नहीं लेता. मैं मूर्ख नहीं हूं. मैं एक कंपनी चला रहा हूं."