
एक्टर सिंगर दिलजीत दोसांझ का नाम पिछले कुछ दिनों से लगातार विवादों में बना हुआ है. जबसे ये खबर सामने आई कि उनकी नई फिल्म 'सरदारजी 3' में पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर भी हैं, तबसे सोशल मीडिया पर लोग काफी गुस्से में नजर आ रहे हैं.
हानिया की कास्टिंग की वजह से 'सरदारजी 3' को बैन करने तक की मांग जोरदार तरीके से उठने लगी और फाइनली मेकर्स को ये फैसला करना पड़ा कि वे अपनी फिल्म भारत में रिलीज ही नहीं करेंगे. मगर इसके बाद भी विवाद शांत नहीं हो रहा. कुछ लोग दिलजीत के नए प्रोजेक्ट्स के मेकर्स से अपील करने लगे हैं कि वो किसी दूसरे एक्टर को कास्ट कर लें. इस मामले पर कई संगठन एक्टिव हो गए हैं और दिलजीत की कड़ी आलोचना करने लगे हैं.
उरी हमले के बाद, भारत में पाकिस्तानी कलाकारों पर 2016 में कई फिल्म संगठनों ने बैन लगाए थे. हालांकि, इसके बावजूद पंजाबी और बॉलीवुड फिल्मों में कई पाकिस्तानी कलाकारों को काम मिलता रहा. 2019 में पुलवामा हमले के बाद और भी संगठन इस मामले को लेकर सख्त हो गए थे. अब पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद तो पाकिस्तान को लेकर भारतीय जनता का गुस्सा चरम पर है.

'सरदारजी 3' के मेकर्स ने हानिया को कास्ट तो भारत-पाकिस्तान के मौजूदा तनाव से पहले ही कर लिया होगा. लेकिन अगर बात पहले की भी करें तो 2016 से तो पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन चल ही रहा था. लेकिन सिर्फ दिलजीत की फिल्म ही नहीं, कई दूसरे प्रोजेक्ट्स में भी मेकर्स ने पाकिस्तानी कलाकारों को कास्ट करने की कोशिश की और जनता के विरोध के बाद इन प्रोजेक्ट्स पर विवादों के बादल मंडरा रहे हैं.
प्रभास की फिल्म पर छिड़ा पंगा
पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास की फिल्म 'फौजी' में मेकर्स ने वायरल कंटेंट क्रिएटर इमान इस्माइल को बतौर लीड एक्ट्रेस कास्ट किया था. हैदराबाद में पूजा के साथ फिल्म लॉन्च भी हो गई. मगर अप्रैल में जब पहलगाम हमले के बाद लोगों का पाकिस्तानी एक्टर्स पर गुस्सा फिर से भड़का तो कई लोगों ने इमान के बारे में कहा कि वो पाकिस्तानी मूल की हैं.
कई लोगों ने तो ये भी आरोप लगाया कि उनके पिता पाकिस्तानी सेना में रह चुके हैं. हालांकि, इमान ने अपनी सोशल मीडिया स्टोरी पर इन आरोपों को 'निराधार' बताते हुए खुद को एक 'प्राउड इंडो-अमेरिकन' कहा. लेकिन इसी बीच उनकी एक पुरानी सोशल इंस्टाग्राम स्टोरी का स्क्रीनशॉट वायरल हो गया जिसमें उन्होंने लिखा था कि उनकी मां भारतीय थीं और पिता पाकिस्तानी, इसलिए उन्हें दोनों देशों की संस्स्कृति को समझने का मौका मिला.

इस बारे में 'फौजी' के मेकर्स या प्रभास की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. कुछ रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया कि इमान को लेकर छिड़े विवाद के बाद मेकर्स उनकी जगह किसी और एक्ट्रेस को कास्ट करने पर विचार कर रहे हैं. मगर अभी तक इस बारे में कोई ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आई है.
अबीर गुलाल
2016 में पाकिस्तानी एक्टर्स पर बैन से पहले फवाद खान ने कई बॉलीवुड फिल्मों में काम किया था. लेकिन बैन के बाद वो भारतीय फिल्मों से दूर रहे. हालांकि, 'इंटरनेशनल प्रोडक्शन' कही जा रही फिल्म 'अबीर गुलाल' में फवाद खान और बॉलीवुड एक्ट्रेस वाणी कपूर लीड रोल में नजर आए. इस फिल्म के प्रोड्यूसर्स भारतीय ही हैं और इसकी कास्ट-क्रू में अधिकतर भारतीय ही हैं.

'अबीर गुलाल' 9 मई को थिएटर्स में रिलीज होने वाली थी. लेकिन इससे पहले ही पहलगाम हमले के बाद इस फिल्म की भारत में रिलीज रोकने की मांग होने लगी. मगर पूरे विवाद के बाद 'अबीर गुलाल' की रिलीज अनिश्चित समय के लिए टाल दी गई है. रिपोर्ट्स बताती हैं कि भारत-पाक टेंशन बढ़ने के बाद इस फिल्म को पाकिस्तान में भी बैन कर दिया गया है.
सनम तेरी कसम 2
बॉलीवुड फिल्म 'सनम तेरी कसम' (2016) में हर्षवर्धन राणे और पाकिस्तानी एक्ट्रेस मावरा होकेन का काम काफी पसंद किया गया था. पिछले साल मेकर्स ने इस फिल्म का सीक्वल अनाउंस किया था, मगर सिर्फ हर्षवर्धन का नाम कन्फर्म किया गया. इस साल ऑपरेशन सिंदूर के बाद फिल्म की डायरेक्टर जोड़ी राधिका राव और विनय सप्रू ने कन्फर्म किया कि वो सीक्वल में मावरा को नहीं कास्ट करने वाले. हर्षवर्धन ने भी कहा कि अगर 'सनम तेरी कसम 2' में पुरानी कास्ट दोहराई जाती है, तो वो फिल्म छोड़ देंगे.

लव स्टोरी ऑफ 90s
पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन लगने से पहले सिंगर आतिफ असलम को इंडिया में बहुत पॉपुलैरिटी मिल रही थी. एक समय वो अरिजीत सिंह के कॉम्पिटीटर थे. 2016 वाले बैन के बाद भी आतिफ को बॉलीवुड में काम मिलता रहा और 2019 में बैन की मांग और तगड़ी होने से पहले उन्होंने आना आखिरी बॉलीवुड गाना फिल्म 'हम चार' (2019) के लिए गाया था.
इसके बाद आतिफ बॉलीवुड फिल्मों के लिए गाते नहीं दिखे. मगर 2024 में अध्ययन सुमन की फिल्म 'लव स्टोरी ऑफ 90s' के टीजर में आतिफ की आवाज फिर सुनाई दी. फिल्म के मेकर्स ने खुद कन्फर्म किया कि उन्होंने आतिफ से गाना गवाया है और उनकी वापसी को लेकर वो बहुत खुश हैं. ये फिल्म पिछले साल फरवरी में ही रिलीज होने वाली थी मगर राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने फिल्म के प्रोड्यूसर्स को चेतावनी दे दी कि 'पाकिस्तानी कलाकारों से काम करवाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा'.

इसके बाद ना इस फिल्म से आतिफ का गाना सामने आया ना ये रिलीज हुई. किन्हीं कारणों से 'लव स्टोरी ऑफ 90s' टलती चली गई. मौजूदा हालात में तो आतिफ के गाने के साथ इस फिल्म की रिलीज संभव नहीं नजर आती.
पाक कलाकारों संग काम करने की जल्दी में क्यों है फिल्म इंडस्ट्री?
इस साल पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्ते बहुत तनावपूर्ण बने हुए हैं. लेकिन सवाल ये है कि जब पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन का मुद्दा 2016 से ही गर्म है तो आखिर फिल्ममेकर्स को पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने की इतनी क्या जल्दी है? कला सरहद नहीं देखती और कलाकार किसी एक देश के नहीं, बल्कि हर कला प्रेमी के होते हैं... इस तरह की आदर्श बातें, आदर्श समय में तो सूट करती हैं.
मगर जब दो देशों की सरहद पर लगभग युद्ध जैसी स्थिति हो, आतंकवाद के मुद्दे पर लगातार गर्मागर्मी जारी हो और दूसरी तरफ के कलाकार लगातार भारत विरोधी बयान दे रहे हों तो जनभावना को देखते हुए तो शायद फिल्ममेकर्स को इस बवाल से बचना ही चाहिए था. इस वक्त पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करना किसी भी तरह से मेकर्स के लिए अच्छे नतीजे तो नहीं ही लेकर आएगा. फिलहाल ये देखना है कि हानिया की कास्टिंग से छिड़े विवाद के बाद दिलजीत दोसांझ की फिल्म 'सरदारजी 3' भारत में कभी रिलीज भी हो पाएगी या नहीं.