scorecardresearch
 

'मिराय' रिव्यू: पौराणिक शक्तियां, शानदार विजुअल्स, दमदार एक्टिंग... सॉलिड सुपरहीरो बने हैं तेज सज्जा

'हनुमान' से पूरे देश को सरप्राइज कर देने वाले यंग साउथ स्टार तेज सज्जा की नई फिल्म 'मिराय' थिएटर्स में पहुंच गई है. सम्राट अशोक के नौ अज्ञात पुरुषों, प्रभु श्रीराम के अस्त्र और पौराणिक सीक्रेट सोसाइटी से बुनी इस सुपरहीरो फिल्म का टीजर-ट्रेलर बहुत पसंद किया गया था. क्या फिल्म भी उतनी ही दमदार है? चलिए बताते हैं...

Advertisement
X
'मिराय' रिव्यू: तेजा सज्जा की सुपरहीरो फिल्म है दमदार (Photo: IMDB)
'मिराय' रिव्यू: तेजा सज्जा की सुपरहीरो फिल्म है दमदार (Photo: IMDB)
फिल्म:मिराय
3/5
  • कलाकार : तेज सज्जा, मनोज मंचू, श्रिया सरन, ऋतिका नायक, जगपति बाबू, जयराम
  • निर्देशक :कार्तिक गट्टामनेनि

सम्राट अशोक के नौ अज्ञात पुरुषों का रहस्य एक बहुत पॉपुलर मिथक रहा है. कहानी कलिंग युद्ध के बाद की है. जब अशोक में ट्रांसफॉर्मेशन आया और वो शांतिदूत बने, तो उन्हें एक खतरा महसूस हुआ. अशोक को लगा कि प्राचीन भारत के पास ऐसा ज्ञान है जो अगर गलत हाथों में चला गया तो इसके परिणाम बहुत विध्वंसकारी होंगे. 

अशोक ने इस ज्ञान को नौ अलग-अलग किताबों में बांटा और अपने नौ अज्ञात पुरुषों को इन्हें संसार की पहुंच से दूर रखने की जिम्मेदारी सौंपी. ये नौ अज्ञात पुरुष एक मिथकीय सीक्रेट सोसाइटी की तरह हैं जो दुनिया को बदलकर रख देने वाली शक्तियों के गार्ड हैं. तेज सज्जा स्टारर 'मिराय' इसी मिथक को आधार बनाती है और इसे एक शानदार विजुअल्स वाली सुपरहीरो फिल्म में बदलने की कोशिश करती है. सवाल ये है, क्या 'मिराय' का ये आईडिया एक एंटरटेनिंग फिल्म में बदल सका? चलिए बताते हैं... 

सम्राट अशोक, प्रभु श्रीराम और एक सीक्रेट सोसाइटी 
'मिराय' की कहानी शुरू होती है अंबिका (श्रेया सरन) से जो दिव्य शक्तियों वाली महिला है और भविष्य देख सकती है. प्राचीन शक्तियों वाली जिन नौ किताबों की रक्षा सम्राट अशोक ने अपने नौ योद्धाओं को सौंपी है, उनमें से एक अंबिका के पास है. भविष्य देख चुकी अंबिका को पता है कि आगे क्या होने वाला है और उसने आदि गुरु (जयराम) की मदद से समस्या का समाधान पहले से शुरू कर दिया है. 

Advertisement

कहानी मॉडर्न दौर में आती है जहां महावीर लामा (मंचू मनोज) उर्फ ब्लैक स्वोर्ड, तांत्रिक शक्तियों में सिद्ध एक खलनायक है. लामा उन नौ ग्रंथों को खोजकर, उनकी शक्तियों से ईश्वर जैसी सत्ता ही समाप्त कर देना चाहता है. वो खुद एक नई शक्ति बनकर एक नया वर्ल्ड ऑर्डर खड़ा करना चाहता है. 

इसी दौर में वेदा (तेज सज्जा) एक चोर है, जो बनारस-कलकत्ता होते हुए हैदराबाद पहुंच चुका है. इसी दौर में विभा (ऋतिका नायक) उस सीक्रेट सोसाइटी की एक लड़की है, जो नौवीं किताब की रक्षा कर रही है. कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब विभा, वेदा को खोजने निकलती है और उसे बताती है कि उसके लिए भाग्य ने एक बड़ा मिशन चुन रखा है. 

अपने इस भाग्य से अनजान वेदा जिस तरह इन सारी चीजों पर रियेक्ट करता है, उससे मजेदार कॉमेडी क्रिएट होती है. मगर जब उसे इस पूरे सिस्टम से अपना कनेक्शन पता चलता है, तो वो अपने मिशन के लिए एक परिपक्व योद्धा बनकर निकलता है. वेदा को अपना मिशन पूरा करने और लामा का सामना करने के लिए जैसी शक्ति की आवश्यकता है, वो प्रभु श्रीराम द्वारा आदि गुरु को दिए गए एक दिव्य अस्त्र में छिपी है जिसका नाम है- मिराय. यहीं से फिल्म का टाइटल निकला है. 

Advertisement

क्या इन सभी चीजों से अनजान वेदा इस शक्ति तक पहुंच पाएगा? क्या वो आठ किताबों से शक्ति प्राप्त कर चुके लामा का सामना कर पाएगा? आखिर वेदा का इस पूरी सीक्रेट सोसाइटी से ऐसा क्या कनेक्शन है जो एक चोर होने के बावजूद, उसे इतना महत्वपूर्ण काम सौंपा गया है? यही 'मिराय' की कहानी है. यहां देखें फिल्म का ट्रेलर:

इमोशनल कहानी और शानदार विजुअल्स 
एक मां-बेटे का इमोशनल बॉन्ड 'मिराय' की कहानी का सेंटर है. ये इमोशन स्क्रीन पर दमदार तरीके से उतरकर आता है और कहानी को इमोशनल गहराई देता है. पौराणिक शक्तियों, प्राचीन युद्ध कलाओं और पारंगत योद्धाओं की लड़ाइयां 'मिराय' का कोर है. इसलिए इस फिल्म को दमदार विजुअल इफेक्ट्स और एक्शन कोरियोग्राफी की बहुत जरूरत थी. 

इन दोनों ही मामलों में फिल्म बहुत सॉलिड है. फिल्म के सारे एक्शन सीक्वेंस और फाइट्स एनर्जी से भरपूर है. बड़े पर्दे पर इन एक्शन सेट पीस को देखते हुए आप खुद को सीट के किनारे पर उचका हुआ पाएंगे. माइथोलॉजी कनेक्शन और प्राचीन समय के सीन्स क्रिएट करने में भी 'मिराय' दमदार साबित होती है. इसके लिए डायरेक्टर कार्तिक गट्टामनेनि को पूरा क्रेडिट दिया जाना चाहिए. 

क्या दमदार, क्या फीका?
एक दर्शक से किसी भी फिल्म की पहली मांग होती है कि वो प्लॉट और डायरेक्टर के विजन के आगे सरेंडर करे. ऐसा करने के बाद आप 'मिराय' के संसार से इम्प्रेस होंगे. प्राचीन शक्तियां, अशोक का मिथक और प्रभु श्रीराम का अस्त्र 'मिराय' को खड़ा करने वाले तीन मजबूत पिलर हैं. हालांकि, चौथा पिलर यानी कहानी का नैरेटिव शुरुआत में थोड़ा कन्फयूज करने वाला है.

Advertisement

पहले हाफ में कहानी की सेटिंग तैयार करने के लिए विजुअल्स में AI की काफी मदद ली गई है, जिसकी वजह से कई सीन्स सिंथेटिक लगते हैं. ये दिक्कत पूरी फिल्म में कई जगह पर है. मगर लिमिटेड बजट के चलते हुई इस दिक्कत को समझा जा सकता है. फर्स्ट हाफ में डायरेक्टर के पास पूरी सेटिंग बिठाने के लिए काफी ज्यादा चीजें थीं जिसकी वजह से शुरुआत में फिल्म की पेस थोड़ी स्लो लगती है. 

कॉमेडी अच्छी है लेकिन बीच-बीच में इसे जबरदस्ती फिट करने की कोशिश पेस को गड़बड़ करती है. वेदा और विभा का अट्रैक्शन शुरू तो होता है, मगर बीच में फिल्म इस एंगल को कहीं किनारे छोड़ देती है. महावीर लामा और वेदा का आमना सामना सीधा क्लाइमेक्स में है, मगर दोनों की फाइनल फाइट और बेहतर हो सकती थी. 

मगर फिर भी लामा, 'मिराय' के लिए वो परफेक्ट विलेन है जिसकी जरूरत इस तरह की कहानियों को होती है. इस विलेन की ऑरिजिन स्टोरी दमदार है. हालांकि, जिन चीजों से नाराज होकर, तंत्र विद्या का बेहतरीन छात्र, लामा खलनायक बनता है, उन समस्याओं को फिल्म दोबारा एड्रेस नहीं करती. मगर ये दिक्कतें इतनी बड़ी नहीं हैं कि 'मिराय' के दमदार बिग स्क्रीन जलवे से आपका ध्यान हट जाए.

Advertisement

हरि गौड़ा का म्यूजिक स्कोर 'मिराय' को गजब का फील देता है. माइथोलॉजी से जुड़ी एडवेंचर फिल्म को बांधे रखने के लिए जिस तरह के रहस्यमयी ऑरा के जरूरत थी, वो स्क्रीनप्ले में तो है ही. मगर गौड़ा का बैकग्राउंड स्कोर इसे एक लेवल और ऊपर ले जाता है. और फिल्म का सबसे दमदार पक्ष एक्टर्स की परफॉरमेंस है. 

एक्टिंग में तेज सज्जा, मनोज मंचू का दम
तेज सज्जा का कॉन्फिडेंस उन्हें एक सुपरहीरो टाइप किरदार के लिए परफेक्ट एक्टर बनाता है. एक्शन सीन्स में भी उनकी एनर्जी और बॉडी लैंग्वेज दमदार है. कॉमेडी सीन्स में भी उनके पास एक्सप्रेशन की एक किफायत है, जिसकी वजह से वो ओवररियेक्ट करते नहीं दिखते. 

उनके सामने, अपनी शक्तियों और स्किल्स पर पूरा भरोसा रखने वाले विलेन के रोल में मनोज मंचू का काम बहुत दमदार है. वो एक सुपरहीरो के लिए परफेक्ट विलेन हैं, जिसके पास अपनी खतरनाक योजनाओं और विध्वंसक रवैये का पूरा जस्टिफिकेशन है. मनोज का एटिट्यूड और आंखें इस काम के लिए परफेक्ट हैं. अंबिका के रोल में श्रेया सरन ने अपना पूरा अनुभव किरदार में उतार दिया है. जगपति बाबू और जयराम हमेशा की तरह अपने किरदारों में अपना दमदार काम दोहराते हैं. 

विभा के किरदार में ऋतिका के पास करने के लिए बहुत ज्यादा कुछ नहीं था, लेकिन जितना था उसमें वो जंचती हैं. लामा की योद्धा के रोल में विदेशी स्टंट आर्टिस्ट तंजा केलर लोगों को याद रहेंगी. कई बड़े हॉलीवुड प्रोजेक्ट्स और इंटरनेशनल प्रोजेक्ट्स का हिस्सा रह चुकीं तंजा की फाइटिंग स्किल्स और एक्शन ने 'मिराय' के एक्शन सीक्वेंस का कद ऊंचा किया है. 

Advertisement

कुल मिलाकर 'मिराय' बड़े पर्दे पर एक शानदार विजुअल एक्सपीरियंस से भरा, माइथोलॉजी में डूबा एंगेजिंग सुपरहीरो खड़ा करती है. जो छिटपुट दिक्कतों के बावजूद आपको कहानी में बांधे रखता है. तेलुगू इंडस्ट्री से आई इस फिल्म की हिंदी डबिंग अच्छी है और ये नहीं लगता कि आप डब वर्जन देख रहे हैं. ये एक मजेदार माइथोलॉजिकल एडवेंचर फिल्म है, जिसे भीड़ भरे थिएटर्स में देखने पर एक अलग फील आएगा.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement