आईपीएल 2021 का ऑक्शन काफी दिलचस्प और सस्पेंस से भरा रहा. कई बेहतरीन खिलाड़ियों पर बड़ी-बड़ी बोलियां लगाई गईं, कई खिलाड़ियों को लेने की अलग ही होड़ दिखी. इस बीच सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर पर भी सभी की नजर रही. हर कोई जानना चाहता था अगर अर्जुन को आईपीएल के इस सीजन में खेलने का मौका मिलता है या नहीं. अब मौका तो मिल गया और मुंबई इंडियंस ने 20 लाख में खरीद भी लिया.
अर्जुन तेंदुलकर के सपोर्ट में फरहान
लेकिन मुंबई इंडियंस में जाते ही अर्जुन तेंदुलकर पर नेपोटिज्म के तीर छोड़े गए. उन पर तरह-तरह के तंज कसे गए. सोशल मीडिया पर उनकी ट्रोलिंग शुरू हो गई और उनके चयन पर सवाल खड़े होने लगे. अब इस ट्रोलिंग पर अर्जुन तेंदुलकर या फिर सचिन ने तो रिएक्ट नहीं किया है लेकिन बॉलीवुड एक्टर फरहान अख्तर ने जरूर रिएक्ट किया है. उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई है कि एक नौजवान टैलेंट पर भी नेपोटिज्म के आरोप लगाए जा रहे हैं.
ट्वीट कर फरहान ने लिखा है- मैं अर्जुन तेंदुलकर के बारे में कुछ बताना चाहता हूं. हम लोग कई बार एक ही जिम में गए हैं. मैंने देखा है कि वे अपनी फिटनेस पर कितनी मेहनत करते हैं. हमेशा बेहतर क्रिकेटर बनने के सपने देखते हैं. एक नौजवान पर नेपोटिज्म के तीर छोड़ना गलत है. उसके जोश का मर्डर मत कीजिए, उठने से पहले ही उसे ना दबाएं.
I feel I should say this about #Arjun_Tendulkar. We frequent the same gym & I’ve seen how hard he works on his fitness, seen his focus to be a better cricketer. To throw the word ‘nepotism’ at him is unfair & cruel. Don’t murder his enthusiasm & weigh him down before he’s begun.
— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) February 20, 2021
फरहान और अर्जुन पर लगे नेपोटिज्म के आरोप
फरहान अख्तर का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. अब कुछ लोग तो जरूर फरहान का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन कई ऐसे भी हैं जो फरहान और अर्जुन दोनों को एक ही तराजू पर तोल रहे हैं. उनकी नजरों में दोनों ने ही नेपोटिज्म को बढ़ावा दिया है. एक ने बॉलीवुड में नेपोटिज्म का परचम लहराया है तो दूसरा क्रिकेट में वही करने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में इस मुद्दे पर राय बंटी हुई है और सोशल मीडिया पर बहस का सिलसिला जारी है. वैसे मालूम हो कि जब फरहान अख्तर को नेपोटिज्म पर घेरा गया था तब जावेद अख्तर की तरफ से रिएक्ट किया गया था. उन्होंने दो टूक कहा था कि अपने बेटे की मदद करना हर पिता का हक है. इसमें कुछ भी गलत नहीं हो सकता है.