बॉलीवुड में छह दशकों तक लोगों को एंटरटेन कर चुके 'ही-मैन' धर्मेंद्र पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं. 89 साल की उम्र में उनका निधन हुआ. 24 नवंबर के दिन परिवार और करीबी लोगों की मौजूदगी में उनका अंतिम संस्कार किया गया. धर्मेंद्र का जाना फैंस और पूरी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा धक्का है. हर कोई उनके यूं चले जाने से दुखी और परेशान है.
धर्मेंद्र उन सुपरस्टार्स में से थे जो आज की पीढ़ी के साथ कदम से कदम मिलाकर चले. सोशल मीडिया पर वो काफी एक्टिव रहते थे. धर्मेंद्र को कई बार अपने फैंस संग घुलते-मिलते देखा गया, जिन्होंने उन्हें बहुत प्यार दिया. एक्टर भी अपने फैंस को परिवार का हिस्सा समझकर, उन्हें अपनी जिंदगी के कुछ अनसुने किस्से सुनाया करते थे.
जब धर्मेंद्र को आई थी अपनी मां की याद
एक वक्त धर्मेंद्र ने अपने माता-पिता से जुड़ी कुछ बातें सोशल मीडिया के जरिए साझा की थीं. एक्टर ने बताया था कि कैसे उन्हें तब भी अपनी दिवंगत मां की आवाज सुनाई देती रहती थी. वो उनकी बातें कभी नहीं भूले, जिसे याद करके वो इमोशनल भी होते. अपने लुधियाना स्थित घर की झलक दिखाते हुए, धर्मेंद्र ने बताया था कि उनके दिल में हमेशा उनकी बचपन की यादों को समेटकर रखा.
फिर कई सालों पहले धर्मेंद्र ने एक ट्वीट के जरिए बताया था कि उनकी मां सतवंत कौर पूरे घर का खर्च खुद संभालती थीं और जरूरतमंदों का ख्याल रखती थीं. वो उनकी मदद करने के लिए भी सबसे आगे रहीं. एक्टर ने लिखा था, 'जब मेरी मां जिंदा थीं, तब घर का सारा खर्च खुद चलाती रहीं. वो चाहती थीं कि मुझे हर महीने का खर्च पता रहे, लेकिन मैं खुद उसे नजरअंदाज कर देता था, जबकि मुझे मालूम था कि वो जरूरतमंदों की मदद करती थीं.'
धर्मेंद्र ने एक बार अपनी मां से बचपन में की हुई बात का भी जिक्र किया था. उन्होंने बताया कि मैं बचपन में अपनी मां से कहता था कि तू मुझे छोड़कर कभी नहीं जाएगी...तू हमेशा जिंदा रहेगी. इसपर मां ने मुझे सीने से लगाकर कहा कि तेरे नाना-नानी जिंदा हैं क्या? मैं भी तो उन्हीं के बिना हूं.
कई सालों पहले एक शो के दौरान भी धर्मेंद्र अपने माता-पिता को याद कर इमोशनल हुए थे. एक्टर विनय पाठक द्वारा होस्ट किए गए शो 'हर घर कुछ कहता है' में धर्मेंद्र ने अपने गांव के उस घर की झलक दिखाई थी, जहां वो बड़े हुए. एक्टर ने बताया कि उन्हें उनके पुराने घर का हर कोना याद है, जहां वो रहा करते थे. धर्मेंद्र ने अपने घर की किचन भी दिखाई थी, जहां से उनकी दिवंगत मां उन्हें आवाज लगाया करती थीं.
उस किचन के कोने की तरफ देखते हुए, एक्टर की आंखें भी भर आई थीं. धर्मेंद्र ने उस वक्त किचन की ओर देखकर कहा था, 'आज भी ऐसा लगता है कि जैसे मां अंदर से आवाज लगाकर, मुझे पुकारेंगी और कहेंगी कि चल आ जा, रोटियां तैयार हो गईं हैं, खा ले.' बता दें कि धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को लुधियाना में हुआ था, जहां आज भी उनका घर मौजूद है.