बॉलीवुड के हीमैन धर्मेंद्र ने अपने संघर्ष और मेहनत से हिंदी सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाई. पंजाब से मुंबई तक का उनका सफर कठिनाइयों से भरा था, जहां उन्होंने कई मुश्किलों का सामना किया. लेकिन 1960 में 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से मिला पहला मौका उनके जीवन का मोड़ साबित हुआ. फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और करीब 300 फिल्मों में अपनी मेहनत और सादगी से इतिहास रच दिया.