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शम्मी कपूर के बेटे ने क्यों नहीं रखा इंडस्ट्री में कदम? छोड़ दीं फिल्में देखना

आदित्य अपने पिता शम्मी कपूर के नक्शेकदम पर चलते हुए अपने होम बैनर आरके फिल्म्स के साथ फिल्म डेब्यू के लिए तैयार थे लेकिन अपने डेब्यू की रात ही उनके आध्यात्मिक गुरुजी ने उन्हें कुछ ऐसा कहा कि उन्होंने फिल्मों में करियर ना बनाने का फैसला कर लिया.

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आदित्य राज कपूर सोर्स इंस्टाग्राम
आदित्य राज कपूर सोर्स इंस्टाग्राम

बॉलीवुड में कपूर खानदान ने इंडस्ट्री को कई यादगार फिल्में और एक्टर्स दिए हैं. पृथ्वीराज कपूर से शुरु हुआ ये सफर आज भी रणबीर और करीना जैसे सितारों के साथ ही बदस्तूर जारी है. जहां इस खानदान के कुछ लोगों ने ऑडियन्स के दिलों में खास जगह बनाई है वही कई ऐसे भी हैं जिन्होंने ग्लैमर वर्ल्ड से दूरी बनाए रखी है. शम्मी कपूर और गीता बाली के बेटे आदित्य राज कपूर भी इनमें से एक हैं. 

आदित्य अपने पिता शम्मी कपूर के नक्शेकदम पर चलते हुए अपने होम बैनर आरके फिल्म्स के साथ फिल्म डेब्यू के लिए तैयार थे लेकिन अपने डेब्यू की रात ही उनके आध्यात्मिक गुरुजी ने उन्हें कुछ ऐसा कहा कि उन्होंने फिल्मों में करियर ना बनाने का फैसला कर लिया.स्पॉटबॉय के साथ इंटरव्यू में आदित्य ने कहा कि मैं 17 साल का था और मैं एक बागी थी. मेरा बॉलीवुड में डेब्यू होने जा रहा था. लेकिन फिर मुझे मेरे आध्यात्मिक गुरुजी मिले और उन्होंने अगले कुछ शब्दों ने मेरी जिंदगी बदल दी. मेरे गुरु ने मुझसे कहा कि फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ दो.

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

With our father in Moscow

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आदित्य ने अपने गुरु द्वारा मिली इस सलाह को गंभीरता से लिया और उन्होंने सिनेमा के साथ अपने सारे संबंध तोड़ दिए थे. इसके अलावा उन्होंने फिल्में देखना भी छोड़ दिया था ताकि इंडस्ट्री वापस आने की लालसा से दूर रहा जा सके. आदित्य ने इसके बाद अपनी जिंदगी के कई साल बिजनेस में गुजारे और साल 2010 में वे पहली बार फिल्म में दिखे थे. 

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Ganpati Darhan

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पिता ने किया मेरे फैसले का सम्मान: आदित्य

आदित्य के पिता शम्मी कपूर ने अक्सर उनके इस फैसले पर सवाल उठाए लेकिन आदित्य ने एक बार भी फिल्में जॉइन करने को लेकर अपना फैसला नहीं बदला. वे अपने गुरु के गुजर जाने के बाद भी अपने फैसले पर टिके रहे. हालांकि कई सालों में वे कुछ प्रोजेक्ट्स में छोटे मोटे रोल में दिखे. आदित्य ने अपने पिता के बारे में बात करते हुए कहा था कि जैसे उन्होंने मुझे वही करने दिया जो मेरा दिल चाहता था, उसी तरह मैं भी अपने बच्चों पर कोई दबाव नहीं डालूंगा. 

 

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