जन्माष्टमी की तैयारियां जोरों पर हैं. मंदिर सज चुके हैं, भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं की झांकियां तैयार हैं. बाजारों और मेलों में मोरपंख से सजी बांसुरी बच्चों को लुभाने लगी है. जन्माष्टमी के इस पावन मौके पर हिंदी-भोजपुरी के जानेमाने गीतकार मनोज भावुक का लिखा नया गीत चर्चा बटोर रहा है. 'बिरज में कान्हा की तैयारी' भजन का म्यूजिक वीडियो हाल ही में रिलीज किया गया और दो ही दिन में ये श्रोताओं का दिल जीतने लगा है.
इस भजन की धुन बहुत मीठी है और इसके बोल मन में सहज ही भक्तिभाव पैदा करते हैं. भोजपुरी आईटी सेल नाम के यूट्यूब चैनल पर रिलीज हुए इस गाने को सुरभि कश्यप, कुणाल मिश्रा और साकेत सुमन ने अपनी आवाज दी है. इसे गायकों समेत, निर्माता शैलेन्द्र द्विवेदी पर फिल्माया गया है. मोहित म्यूजिक और साकेत सुमन ने गाने का म्यूजिक तैयार किया है. कॉन्सेप्ट है आस्था द्विवेदी का और इसके डायरेक्टर हैं दिग्विजय सिंह.
कृष्ण-धुन में रमे हुए लिरिक्स
भोजपुरी सिनेमा का इतिहास लिखने वाले, मनोज भावुक ने सोशल मीडिया पर गीत शेयर करते हुए लिखा, 'राम-कृष्ण हमारे नायक हैं, महानायक हैं. हमारी धड़कनों में हैं, हमारी लय में हैं. उन्हें भूलने से, उन्हें छोड़ने से हम बेसुरे हो रहे हैं, बीमार हो रहे हैं. उन्हें सुनकर, उन्हें गुनकर, उन्हें पढ़कर, उन्हें गाकर, उन्हें भजकर, उन्हें यादकर हम सुख, शांति और आनंद को प्राप्त कर सकते हैं.'
अपनी कलम से निकले इस भजन को शेयर करते हुए उन्होंने श्रोताओं को समर्पित करते हुए आगे लिखा, 'सुनिये-सुनाइये और राम-कृष्ण को मन में बसाइये. अंतिम आदमी तक यह गीत पहुंचना चाहिए. राम-कृष्ण सबके हैं.' यहां देखें 'बिरज में कान्हा की तैयारी' का वीडियो:
राम-कृष्ण हैं हमारे सच्चे नायक
भोजपुरी आईटी सेल भोजपुरी में साफ-सुथरा कंटेंट बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके संचालक शैलेन्द्र द्विवेदी सिंगापुर में सॉफ्टवेयर इंजिनियर हैं. वहीं गीतकार मनोज भावुक अफ्रीका और यूरोप में एक दशक तक इंजिनियर के रूप में सेवा देने के बाद भोजपुरी के लिए समर्पित भाव से लगे हुए हैं.
अनेक पुस्तकों के प्रणेता और फिल्म गीतकार मनोज भावुक कहते हैं कि 'एंटरटेनमेंट के लिए बच्चे भले सलमान-शाहरुख को देखें लेकिन हमारे असली नायक राम और कृष्ण हैं. हर बच्चे को उन्हें ठीक से जानना और जीवन में उतारना चाहिए. राम और कृष्ण का जीवन चरित, मानव जीवन की सभी समस्याओं का समाधान है. यह गीत कृष्ण जन्माष्टमी पर भक्तों को एक अनुपम भेंट है.'