लोकसभा चुनाव के बीच राजनेताओं के एक दल से दूसरे दल में आना-जाना जारी है. अब बिहार में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को झटका लगा है. खगड़िया से मौजूदा सांसद महबूब अली कैसर एलजेपी का साथ छोड़कर लालू यादव की पार्टी का दामन थाम लिया है.
रविवार को पटना में उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ग्रहण की. आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. तेजस्वी ने उनका पार्टी में स्वागत किया है. बता दें कि महबूब के बेटे यूसुफ सलाउद्दीन पहले से ही आरजेडी में हैं.
महबूब अली के आरजेडी में शामिल होने के बाद तेजस्वी यादव ने प्रेस वार्ता में कहा कि महबूब अली के आरजेडी में आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी. वह लालू यादव से मुलाकात कर चुके है. चुनाव में दो खेमा है. एक तरफ कलम बांटने वाले हैं और दूसरी तरफ तलवार बांटने वाले हैं.
दक्षिण भारत से जो हवा चली है, जिसने दक्षिण बिहार में भी एनडीए का सफाया कर दिया है. पहले चरण की सभी चार सीटों पर हम जीत रहे हैं, बाकी के 6 चरण में बिहार चौंकाने वाला रिजल्ट देगा. बिहार की जनता संविधान को बदलने की साजिश करने वालों को सबक सिखाएगी.
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'मेरी हुई घर वापसी'
वहीं, आरजेडी में शामिल होने के बाद खगड़िया सांसद ने कहा कि लालू यादव का दिल बहुत बड़ा है. मैं राबड़ी देवी की सरकार में मंत्री था. आज सही मायनों में मेरी घर वापसी हुई है. तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम रहते बेहतरीन काम किया. लालू यादव ने सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी और तेजस्वी यादव ने आर्थिक न्याय का नारा दिया. मैं एनडीए में था...पता नहीं क्यों मेरा टिकट काट दिया.
सांसद ने आगे कहा कि पिछले 10 साल में मैं चुनाव जीतकर लोकसभा में जाने वाला एनडीए का इकलौता मुस्लिम सांसद था. आज ये लग रहा है कि उन्हें हमारे वोट की जरूरत नहीं. मैंने गद्दारी नहीं की, रामविलास पासवान के बाद जो पार्टी और परिवार में सीनियर थे उनके साथ रहा. गद्दारी तो बीजेपी के खिलाफ 2020 में चिराग पासवान ने की थी.