2024 लोकसभा चुनाव का बिल्कुल बज चुका है और भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची भी जारी कर दी है. बीजेपी की पहली लिस्ट में उत्तर प्रदेश के कुल 51 लोकसभा सीटों से प्रत्याशियों की घोषणा हुई है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सटा हुआ चंदौली लोकसभा सीट भी शामिल है.
पार्टी नेतृत्व ने जताया भरोसा
भारतीय जनता पार्टी ने यहां से सांसद और केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय पर तीसरी बार भरोसा जताया है और उनको अपना प्रत्याशी बनाया है. इससे पहले डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय 2014 और 2019 में चंदौली लोकसभा सीट पर जीत हासिल कर इस बार हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरेंगे. आईए जानते हैं कि डॉ महेंद्र नाथ पांडेय कौन हैं जिन पर भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार भरोसा जताया है.
डॉ महेंद्र नाथ पांडेय मूल रूप से गाजीपुर जनपद के रहने वाले हैं. इनका जन्म 15 अक्टूबर 1957 को गाजीपुर जनपद के पक्खनपुर गांव में हुआ था. डॉ महेंद्र नाथ पांडेय की शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से हिंदी में पीएचडी किया है. साथ ही डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने जर्नलिज्म में पोस्ट ग्रेजुएट किया है. छात्र जीवन से ही डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय राजनीति से जुड़े रहे.
1973 में बनारस के सीएम एंग्लो बंगाली कॉलेज के छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे हैं. इसके बाद बीएचयू में पढ़ाई के दौरान छात्र संघ में जनरल सेक्रेटरी भी रहे. डॉ महेंद्र नाथ पांडेय इमरजेंसी के दौरान 5 महीने तक जेल में भी बंद रहे. 1978 में इन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ज्वाइन किया और बाद में वह राम जन्मभूमि आंदोलन से भी जुड़े.
ऐसे शुरू हुआ राजनीतिक सफर
सक्रिय राजनीति की बात करें तो 1991 में डा.महेंद्र नाथ पांडेय उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़े और जीत हासिल की. इसके बाद 1996 में भी इन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीते. इस दौरान कल्याण सिंह की सरकार में उन्होंने राज्य मंत् का पद संभाला. इसके बाद इन्होंने अगली सरकार में पंचायती राज विभाग का भी मंत्रालय संभाला.
2014 के लोकसभा चुनाव में डॉ महेंद्र नाथ पांडे ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चंदौली लोकसभा से जीत हासिल की. 2016 में जब मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री का पदभार मिला, लेकिन अगले ही साल अगस्त 2017 में यह मंत्रालय सत्यपाल सिंह को दे दिया गया. इसके बाद उन्हें महेंद्र नाथ पांडेय को पार्टी नेतृत्व ने उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी.
उत्तर प्रदेश के बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में जाने जाने वाले डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय पर 2019 में भी भारतीय जनता पार्टी ने भरोसा जताया और इन्हें चंदौली लोकसभा से प्रत्याशी बनाया. इस चुनाव में डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय ने सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी डॉक्टर संजय चौहान को हराकर चंदौली से लगातार दूसरी बार जीत हासिल की. इसके बाद डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया और इन्हें कौशल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई. सन 2021 में डॉ महेंद्र पांडेय का मंत्रालय बदल दिया गया और इन्हें भारी उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई.
सपा प्रत्याशी से होगा मुकबला
अब 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी नेतृत्व ने एक बार फिर उनपर विश्वास जताया है और उन्हें तीसरी बार चंदौली लोकसभा से प्रत्याशी बनाया है. इसी सीट पर समाजवादी पार्टी ने पहले से ही वीरेंद्र सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. खास बात यह भी है कि हाल ही में चंदौली की रहने वाली साधना सिंह को भाजपा ने राज्यसभा भेजा है. इससे पहले चंदौली की ही रहने वाली दर्शना सिंह भी राज्यसभा की सदस्य हैं.
भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक बार फिर उत्तर प्रदेश के बड़े ब्राह्मण चेहरों में शामिल डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय को चंदौली से चुनाव मैदान में आ जाने के बाद इस लोकसभा की लड़ाई काफी दिलचस्प होने के आसार नजर आ रहे हैं. हालांकि, डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय का दावा है कि उनके सामने कोई भी प्रत्याशी चुनौती नहीं दे रहा है.
पीएम मोदी का जताया आभार
तीसरी बार चंदौली से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि तीसरी बार भरोसा जताने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. उन्होंने आगे कहा कि इसके साथ ही वह क्षेत्र की जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं और संगठन के नेताओं और जनप्रतिनिधियों का हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करता हूं. डॉ महेंद्र पांडे ने कहा कि मेरे सामने किसी भी तरह की चुनौती नहीं है. जनता की अपेक्षाओं पर संपूर्ण समाज का आशीर्वाद है.