लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत 13 राज्यों की 88 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव प्रचार थम चुका है. इन सीटों पर 26 अप्रैल को मतदाता अपना निर्णय इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद करेंगे. इस चरण में केरल की सभी 20 सीटों पर वोटिंग होनी है जहां से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत के साथ ही शशि थरूर और केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखरन, वी मुरलीधरन जैसे कद्दावर चेहरे मैदान में हैं. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, गजेंद्र सिंह शेखावत, डॉक्टर महेश शर्मा और रामायण सीरियल में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल, पप्पू यादव जैसे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला भी इसी चरण के चुनाव में होना है.
दूसरे चरण का चुनाव बीजेपी के स्ट्रॉन्ग होल्ड में
दूसरे फेज में जिन 13 राज्यों की 88 सीटों पर चुनाव होना है, वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का स्ट्रॉन्ग होल्ड भी है. इस चरण में यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और असम के साथ ही त्रिपुरा जैसे राज्यों की सीटें भी शामिल हैं जहां बीजेपी मजबूत मानी जाती है. 2019 के चुनाव नतीजे भी कुछ ऐसी ही कहानी बयान करते हैं. 2019 के चुनाव में इन 88 में से 50 सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों को जीत मिली थी जबकि आठ सीटों पर उसकी अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दलों के प्रत्याशी जीते थे. राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी इंडिया ब्लॉक की अगुवाई कर रही कांग्रेस ने 21 सीटें जीती थीं और अन्य के खाते में नौ सीटें आई थीं.
दूसरे चरण के बड़े फैक्टर्स
दूसरे चरण में 13 राज्यों की सीटें हैं. दूसरे चरण की सीटों पर प्रचार थमने से पहले एम फैक्टर हावी नजर आया. पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 18 साल पुराने बयान को आधार बनाते हुए विरासत टैक्स और संपत्ति के रिडिस्ट्रीब्यूश के मोर्चे पर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. वहीं, कांग्रेस कहीं विकास तो कहीं महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर बीजेपी और सरकार को घेरती नजर आई. कोटा में कांग्रेस विकास कार्यों के मुद्दे पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को घेरती नजर आई तो पश्चिम बंगाल में बीजेपी सीएए लागू करने को बड़ी उपलब्धि के रूप में गई. कर्नाटक की लड़ाई अब मुस्लिम आरक्षण पर आती नजर आ रही है तो वहीं असम और पूर्वोत्तर के दूसरे राज्यों में सीएए और एनआरसी जैसे फैक्टर नजर आ रहे हैं.
दूसरे चरण की बड़ी फाइट
वायनाड- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 2019 में केरल की वायनाड सीट से चुनाव जीते थे. इस बार भी राहुल गांधी इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. राहुल गांधी के सामने लेफ्ट फ्रंट की ओर से डी राजा की पत्नी एनी राजा उम्मीदवार हैं तो वहीं बीजेपी से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन चुनाव लड़ रहे हैं.
मेरठ- यूपी की मेरठ सीट से बीजेपी ने रामानंद सागर के सीरियल रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल को चुनाव मैदान में उतारा है. इस सीट से सपा ने पूर्व विधायक योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को उम्मीदवार बनाया है तो बसपा ने देवव्रत त्यागी को टिकट दिया है. मेरठ सीट से 2019 में बीजेपी के उम्मीदवार को जीत मिली थी.
मथुरा- जाटलैंड की मथुरा सीट से बीजेपी ने सीटिंग सांसद हेमा मालिनी पर ही दांव लगाया है. 'ड्रीम गर्ल' के खिलाफ कांग्रेस ने मुकेश धनगर और बसपा ने सुरेश सिंह को टिकट दिया है. बीजेपी और आरएलडी में इस बार गठबंधन है लेकिन दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच तालमेल चुनौती बन रही है.
पूर्णिया- बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट से जेडीयू से सीटिंग सांसद संतोष कुशवाहा उम्मीदवार हैं. विपक्षी इंडिया ब्लॉक की ओर से आरजेडी ने बीमा भारती को टिकट दिया है तो वहीं कांग्रेस से टिकट के दावेदार रहे पूर्व सांसद पप्पू यादव निर्दलीय ही मैदान में हैं. पूर्णिया सीट बिहार की हॉट सीट बन गई है.
खजुराहो- मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा चुनाव मैदान में हैं. इस सीट से इंडिया ब्लॉक की ओर से सपा ने उम्मीदवार उतारा था लेकिन पार्टी प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन ही खारिज हो गया. अपने उम्मीदवार का नामांकन खारिज होने के बाद इंडिया ब्लॉक इस सीट पर फॉरवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार आरबी प्रजापति का समर्थन कर रहा है.प
तिरुवनंतपुरम- केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से कांग्रेस सांसद शशि थरूर फिर से चुनाव मैदान में हैं. शशि थरूर के खिलाफ बीजेपी ने राजीव चंद्रशेखरन को टिकट दिया है.
पथानामथिट्टा- केरल की पथानमथिट्टा सीट से कांग्रेस के एंटो एंटनी सांसद हैं. कांग्रेस ने एंटो पर ही दांव लगाया है जबकि बीजेपी ने इस सीट से पूर्व सीएम एके एंटनी के बेटे अनिल एंटोनी को उम्मीदवार बनाया है.
राजनांदगांव- छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव सीट से बीजेपी ने सीटिंग एमपी संतोष पांडेय को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को टिकट दिया है.
बेंगलुरु ग्रामीण- कांग्रेस को 2019 के चुनाव में कर्नाटक की एक सीट पर जीत मिल सकी थी और वह सीट थी बेंगलुरु ग्रामीण. बेंगलुरु ग्रामीण सीट से कांग्रेस ने इस बार भी डीके सुरेश को टिकट दिया है. डीके सुरेश सूबे की सरकार में डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के भाई हैं. डीके सुरेश का मुकाबला बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के दामाद सीएन मंजूनाथ से है.
बालूरघाट- पश्चिम बंगाल की बालूरघाट लोकसभा सीट से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार मैदान में हैं. सुकांत के सामने टीएमसी विप्लव मिक्षा और आरएसपी के जॉयदेब सिद्धांत की चुनौती है,
कोटा- राजस्थान की कोटा सीट से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला चुनाव मैदान में हैं. ओम बिरला के सामने कांग्रेस ने बीजेपी से ही आए प्रह्लाद गुंजल को टिकट दिया है.
बाड़मेर- राजस्थान की ही बाड़मेर सीट से कैलाश चौधरी बीजेपी उम्मीदवार हैं. कैलाश के सामने कांग्रेस ने उम्मेदा राम को टिकट दिया है. निर्दलीय विधायक रवींद्र भाटी भी इसी सीट से मैदान में हैं.