दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार लगातार सुर्खियों में बनी हुई है. एक तरफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में बंद हैं तो वहीं दूसरी ओर हाईकोर्ट एक के बाद एक आप सरकार को फटकार लगा रही है. इस बीच सियासी गलियारों में सबसे ज्यादा चर्चा आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को लेकर हो रही है. कारण, केजरीवाल की गिरफ्तारी से लेकर लोकसभा चुनाव के दो चरण होने तक भी वह चुनावी मैदान से गायब हैं. इसको लेकर बीजेपी नेता भी सवाल उठाते नजर आए हैं.
इस बीच आम आदमी पार्टी की तरफ से बताया गया है कि राघव चड्ढा की ब्रिटेन में आंख की बड़ी सर्जरी हुई है और बेहतर महसूस होने पर वह पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव प्रचार में शामिल होंगे. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि राघव अभी ब्रिटेन में हैं. उनकी आंखों में कुछ जटिलता थी और मुझे बताया गया कि यह काफी गंभीर था कि उनकी आंखों की रोशनी जा सकती थी. वह इलाज कराने के लिए वहां गए हैं. मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं. वह जल्द ही स्वस्थ होकर वापस आएंगे और चुनावी अभियान में शामिल होंगे.
वहीं इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी कहा कि राघव चड्ढा चुनाव के लिए पार्टी के लिए प्रचार करेंगे. वह निश्चित रूप से प्रचार करेंगे. दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ तिहाड़ जेल में मीटिंग के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मान ने कहा, "क्रिकेट में 11 खिलाड़ी होते हैं. फिर कोचिंग स्टाफ, नेट्स पर गेंदबाजी और बल्लेबाजी करने वाले लोग और चार अतिरिक्त खिलाड़ी होते हैं. हर कोई अपनी जिम्मेदारियां निभा रहा है. हमारे पास एक संगठन है और जिसे भी कोई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, वे उसे करेगा. 4 जून को आप एक मजबूत राजनीतिक शक्ति बनकर उभरेगी."
इस बीमारी का ऑपरेशन कराने यूके गए हैं चड्ढा
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा आंख की सर्जरी के लिए ब्रिटेन में हैं. जानकारी के मुताबिक चड्ढा ने रेटिना डिटेचमेंट को रोकने के लिए विट्रोक्टोमी सर्जरी कराई है. रेटिना डिटेचमेंट आंखों में होने वाली एक गंभीर बीमारी है. इसमें रेटिना में छोटे छेद होने लगते हैं और इससे आंखों की रोशनी को बड़ा खतरा पैदा हो जाता है. इसे रोकने के लिए तत्काल सर्जरी की जरूरत होती है. यदि रेटिना डिटेचमेंट होता है तो यह एक ऐसी स्थिति है जहां आंख के पीछे मौजूद नाजुक परत जिसे हम रेटिना कहते हैं, अपनी जगह से अलग होने लगती है. इसकी वजह से आंख की रोशनी खोने का डर पैदा हो जाता है. यदि जल्द इसका इलाज न कराया जाए तो रेटिना में होने वाले ये छोटे छेद तेजी से बढ़ सकते हैं, जिससे आंखों की रोशनी तक जा सकती है.