देश में पहले चरण का मतदान खत्म हो चुका है. पहले चरण के मतदान में कम वोटिंग परसेंटेज में 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी के नीतिनियंताओं को शुभ संकेत नजर नहीं आए. बीजेपी ने अपनी पूरी स्टार प्रचारकों की टीम को हर विधानसभा हर लोकसभा सीट पर माहौल बनाने के लिए उतार दिया है, भले ही चुनाव पांचवें चरण में हो छठवें में या अंतिम चरण सातवें में, इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने ज्यादा से ज्यादा लोगों से संपर्क बढ़ाने के लिए नया तरीका अपनाया है. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों के संपर्क में आ रहे हैं, कैसे गुजर रहा है स्टार प्रचारक का दिन, उनकी चुनावी यात्रा के बारे में बताते हैं.
दिन भर कैसा रहा चुनावी दौरा, जानिए
यात्रा की शुरुआत सुबह 9:00 बजे होती है, जब पूजा पाठ करने के बाद बृजेश पाठक घर पर आए फरियादियों से मिलने के लिए बाहर निकलते हैं. बृजेश पाठक ने दूसरे नेताओं की तरह हेलीकॉप्टर के बजाय एक ट्रैवलर गाड़ी को ही अपना चुनावी रथ बना लिया है. चौपर की जगह स्टाइलिश ट्रैवलर में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक इंडो नेपाल बॉर्डर के सबसे बड़े और अहम जिले बहराइच के सफर पर निकले. चुनावी रथ के चारों तरफ खुले शीशे से वह लोगों का अभिवादन करते हैं. गाड़ी में ही उनका स्टाफ रहता है जो फोन पर अन्य जरूरी काम और पार्टी के नेताओं से संपर्क में रखता है. नेताजी बताते हैं गाड़ी में बड़ा आराम है लोग मिल लेते हैं जब जहां मिल रुकना होता है लोगों के बीच जाकर रुक जाते हैं कार्यकर्ताओं से मुलाकात हो जाती है और कई बार पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ इस गाड़ी में चुनावी रणनीति भी तय होती है.
गाड़ियों का काफिला लखनऊ राज भवन स्थित आवास से बाहर निकलता है और सरपट दौड़ने लगता है लखनऊ बहराइच हाईवे पर, बृजेश पाठक को बहराइच लोकसभा सीट से खड़े प्रत्याशी आनंद गोंड के नामांकन में जाना है और नामांकन से पहले जनसभा को संबोधित करेंगे.
गर्मी में चुनाव प्रचार के दौरान ऐसे रखते हैं अपना ख्याल
बातचीत की शुरुआत चुनावी माहौल में बदले रूटीन से होती है. बृजेश पाठक बताते हैं कि मेरी दिनचर्या की शुरुआत हमेशा से ही सुबह 8:00 बजे होती है लोगों से मेल मुलाकात के बाद राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए निकल जाते हैं. महल चुनावी है ऐसे में भाग दौड़ ज्यादा होती है. मौसम भी गर्म हो रहा है तो खाने-पीने का ध्यान रखते हैं घर से ही पत्नी का बनाया हुआ लंच लेकर चलते हैं जहां भूख लगी वहीं खा लिया.
डिप्टी सीएम ने पीएम मोदी के काम का किया जिक्र
बात राजनीति पर आई तो डिप्टी सीएम कहते हैं इस बार मोदी जी के काम के आगे विपक्ष पस्त है. वो मन से हार चुका है, बस चुनाव लड़कर रस्म पूरी कर रहा. ब्रजेश पाठक ने पहले फेज में सभी 8 सीटें जीतने का दावा किया. सपा कांग्रेस का इंडी गठबंधन हो या फिर बीएसपी कोई चुनौती नही है. आज हालत ये हैं कि मुस्लिम तबका बीजेपी के साथ है. बृजेश पाठक ने कैसरगंज सीट को लेकर भी जल्द पार्टी उम्मीदवार घोषित होने की बात कही.
बातचीत को थोड़ा विराम दिया तो हमारा काफिला बाराबंकी से बहराइच जिले में प्रवेश कर गया. जहां कार्यकर्ता सड़क पर माला फूल लिए जिंदाबाद के नारे लगाते नजर आए. काफिला रुकवा दिया गया. एसी गाड़ी से निकलकर कार्यकर्ताओं के बीच पहुंच लोगों से बातचीत करने लगे.
काफिला बहराइच शहर में प्रवेश किया तो स्थानीय विधायक सुरेश्वर सिंह अनुपमा जायसवाल समेत भाजपा के तमाम पदाधिकारी अपने नेता के स्वागत के लिए लाइन में खड़े नजर आए, और नेता भी लाइन में खड़े अपने इन कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई के लिए सभी से मिलकर बीजेपी को जिताने का दम भरने लगे.
इसके बाद काफिला बहराइच शहर के उस कैंट इलाके की जनसभा पहुंच गया जहां पर बृजेश पाठक को संबोधित करना था. मंच पर बहराइच जिले के साथ-साथ कैसरगंज लोकसभा सीट के नेता भी मौजूद थे.
बहराइच की जनता के सरोकारों को जानने और समझने के लिए हम जनसभा से थोड़ी दूर इलाके की प्रसिद्ध बट्टू समोसे वाले के यहां पहुंचे, जहां गरमा गरम समोसे तले जा रहे थे. हमने भी गरम समोसे की तरह गर्मते राजनीतिक माहौल पर लोगों से बातचीत शुरू की. किसी ने मोदी के दम पर बीजेपी की वापसी के दावा किया तो किसी ने कहा बहराइच की स्थानीय समस्या रेलवे की कनेक्टिविटी ना होने की भी शिकायत की. इस बीच में कुछ मुस्लिम नौजवान भी मिले तो हमने उनसे सीधे सवाल दाग दिया.
बहराइच के मुसलमान क्या करने जा रहा है तो किसी ने कहा मोदी जी ने हमारे लिए बहुत काम किया है हमें कोई शिकायत नहीं तो किसी ने कहा की वोट मुद्दों पर देना चाहिए बयानों पर नहीं. मुद्दा बेरोजगारी होना चाहिए, मुद्दा महंगाई होना चाहिए, मुद्दा हमारे शहर का विकास होना चाहिए.
जनसभा खत्म हुई तो काफिला भी बहराइच से वापस चल दिया. वापसी में हमने डिप्टी सीएम से बहराइच के फीडबैक को लेकर बातचीत की तो डिप्टी सीएम ने मुस्लिम बाहुल्य वाली बहराइच लोकसभा सीट के साथ-साथ कैसरगंज सीट के जीतने की भी गारंटी ले ली.
लखनऊ पहुंचे तो डिप्टी सीएम सीधे पार्टी कार्यालय पहुंच गए. जहां पर पार्टी के नेताओं से कुछ मीटिंग का दौर चला और कुछ अन्य दलों से आए लोगों की जॉइनिंग का दौर चला.