कर्नाटक की धारवाड़ लोकसभा सीट पहले धारवाड़ उत्तर सीट के नाम से जानी जाती थी. लेकिन साल 2009 के चुनाव में इसे धारवाड़ संसदीय सीट का नाम दिया गया. इस सीट पर लंबे सबसे से बीजेपी का वर्चस्व है और वर्तमान में बीजेपी नेता प्रहलाद जोशी यहां से सांसद हैं. राजधानी बेंगलुरु से करीब 429 किलोमीटर दूर स्थित यह जिला राज्य के उत्तर-पश्चिम में स्थित है, जिसे साल 1992 में हुबली शहर से मिला लिया गया था.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
धारवाड़ लोकसभा सीट का उदय 2008 में हुए परिसीमन के बाद हुआ था. इससे पहले यह सीट धारवाड़ उत्तर के नाम से जानी जाती थी. यहां अब तक कुल 16 बार चुनाव हुए हैं जिनमें 10 बार कांग्रेस पार्टी को जीत मिली है. लेकिन खास बात यह है कि साल 1996 से लगातार बीजेपी धारवाड़ लोकसभा सीट से जीत रही है, इसमें से 1996-1999 तक लगातार 3 बार बीजेपी के विजय शंकरेश्वर यहां से जीत दर्ज कर चुके हैं. इसके बाद साल 2004 से लगातार 2014 तक बीजेपी के ही प्रहलाद जोशी इस सीट से लोकसभा सांसद हैं.
सामाजिक तानाबाना
धारवाड़ संसदीय सीट की कुल आबादी 21.29 लाख है जिनमें कुल 15.79 लाख वोटर शामिल हैं. मतदाताओं में 8.09 लाख पुरुष और 7.69 लाख महिला वोटर हैं. यहां की 47 फीसदी आबादी ग्रामीण इलाके में रहती है जबकि 53 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्र से आती है. इसके अलावा यहां अनुसूचित जाति वर्ग की आबादी 10.11 फीसदी और अनुसूचित जनजाति वर्ग की आबादी 5 फीसदी है. इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 8 विधानसभा की सीटें भी आती हैं.
2014 का जनादेश
पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के प्रहलाद जोशी ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के विनय कुलकर्णी को 1.13 लाख वोटों से हराया था. जोशी को तब 545,395 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस प्रत्याशी कुलकर्णी के खाते में 431,738 वोट आए थे. इस चुनाव में करीब 10.41 लाख लोगों ने अपने मताधितार का इस्तेमाल किया था और वोटिंग प्रतिशत 66 के करीब रहा. नतीजों में जेडीएस और बसपा क्रमश: तीसरे और चौथे पायदान पर रही थीं लेकिन इनमें से किसी दल को एक फीसदी वोट भी हासिल नहीं हुए थे.
सांसद का रिपोर्ट कार्ड
बीजेपी नेता प्रहलाद जोशी (56) लगातार तीन बार धारवाड़ सीट से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. साल 2004 में उन्होंने धारवाड़ उत्तर से चुनाव जीता था. इसके बाद 2009 और 2014 में इस सीट का नाम धारवाड़ कर दिया गया और दोनों बार यहां से जोशी को ही जीत मिली थी. वह कर्नाटक में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. उनकी पहचान एक कारोबारी के तौर पर भी है और उन्होंने हुबली यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है.
संसद में उनके प्रदर्शन को देखें तो लोकसभा में उनकी उपस्थिति 85 फीसदी के करीब रही है और उन्होंने सदन की कुल 331 बैठकों में से 280 में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है. इसके अलावा उन्होंने लोकसभा की 83 चर्चाओं में हिस्सा लिया और 452 प्रश्न भी किए. उनकी ओर से लोकसभा में 5 प्राइवेट मेंबर बिल में पेश किए गए. जोशी ने अपनी सांसद निधि की 56 फीसदी राशि ही अबतक खर्च की है. पिछले लोकसभा चुनाव में दिए हलफनामे के मुताबिक जोशी के पास कुल 4 करोड़ की संपत्ति है और उनके खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज है.