पश्चिम बंगाल की हावड़ा लोकसभा सीट पर 23 मई को मतगणना के बाद चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं. इस सीट से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के उम्मीदवार प्रसून बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रत्याशी रंतिदेव सेन गुप्ता को हराया है. प्रसून बनर्जी ने 103695 वोटों से जीत हासिल की है. जबकि सीपीएम की उम्मीदवार सुमित्रा अधिकारी तीसरे नंबर पर रहीं.
किसको कितने वोट मिले
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कब और कितना हुआ मतदान?
हावड़ा लोकसभा सीट पर पांचवें चरण में 6 मई को वोटिंग हुई और 74.78 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया.
किस पार्टी से कौन उम्मीदवार
हावड़ा लोकसभा सीट से कुल 19 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे. तृणमूल कांग्रेस की ओर से प्रसून बनर्जी, बीजेपी की ओर से रंतिदेव सेनगुप्ता, कांग्रेस से सूर्वा घोष, माकपा से सुमित्रो अधिकारी, पूर्वांचल जनता पार्टी (सेकुलर) से गौतम कुमार शॉ, शिवसेना से चंद्रशेखर झा, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) से मोहम्मद शाहनवाज, और समाजतांत्रिक पार्टी से सुदर्शन मन्ना चुनाव लड़े.
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पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजे
2014 के चुनाव में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के प्रसून बनर्जी सांसद चुने गए उन्होंने सीपीएम के श्रीदीप भट्टाचार्य को हराया था. प्रसून बनर्जी को 488461 वोट मिले थे जबकि सीपीएम के श्री भट्टाचार्य को 291505 वोट मिले. AITC को 43.4 फीसदी, सीपीएम को 25.9 फीसदी और बीजेपी को 22.05 फीसदी वोट मिले थे. कांग्रेस 5.62 फीसदी वोट पर ही सिमट गई थी.
हावड़ा लोकसभा सीट का इतिहास
हावड़ा संसदीय क्षेत्र में 1951 में इंडियन नेशनल कांग्रेस के संतोष कुमार दत्ता ने सीपीआई के अनिल कुमार सरकार को हराया था. 1957 में सीपीआई के मोहम्मद इलियास को जीत मिली और उन्होंने कांग्रेस को हराया. 1962 में सीपीआई के मोहम्मद इलियास को ही विजय मिली और कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही. 1967 के चुनाव में सीपीआई से यह सीट कांग्रेस ने छीन ली और केके चटर्जी सांसद बने. 1971 के चुनाव तक सीपीएम ने अपनी पकड़ यहां मजबूत बना ली थी और 1971 में सीपीएम के समर मुखर्जी यहां से सांसद चुने गए. 1977 और 1980 में सीपीएम के समर मुखर्जी को ही जीत मिली.
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