ड्रीम गर्ल के नाम से मशहूर हेमा मालिनी ने सोमवार को मथुरा लोकसभा सीट से बतौर बीजेपी प्रत्याशी अपना नामांकन भरा. साथ ही उन्होंने ऐलान कर दिया है कि वे अगली बार चुनाव नहीं लड़ेंगी. वह युवाओं को आगे आने का मौका देंगी और खुद संगठन के कार्य करना पसंद करेंगी.
सोमवार सुबह वृंदावन स्थित बांकेबिहारी मंदिर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पूजा अर्चना करने के बाद हेमा मालिनी ने मथुरा के कलेक्ट्रेट दफ्तर में जाकर अपना नामांकन भरा. इस दौरान उनके समर्थक, चुनाव संयोजक और पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. डीपीगोयल समेत 4 और प्रस्तावक भी उनके साथ पहुंचे थे. इसके बाद हेमा ने एक चुनावी रैली भी संबोधित की. रैली के बाद आज तक से विशेष बातचीत में हेमा मालिनी ने अपने 5 साल के कामकाज का लेखा-जोखा दिया. उन्होंने उम्मीद जताई कि उनके काम के दम पर मथुरा की जनता उन्हें दोबारामौका देगी.
हेमा मालिनी ने कहा, 'मैंने 5 साल में बहुत सारे काम किए हैं जिसकी पूरी लिस्ट मेरे पास है (दिलचस्प तरीके से लिस्ट दिखाते हुए) और मुझे उम्मीद है कि लोगों को मेरा काम पसंद आएगा.'
अपने आलोचकों को जवाब देते हुए हेमा मालिनी ने कहा कि उन्हें मैं भले दिखाई न दूं, लेकिन अपने क्षेत्र में मैं लगातार आती रही हूं और लोगों के बीच रही हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि 2019 का चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर लड़ा जाएगा क्योंकि जो मोदी ने किया वहइससे पहले कभी किसी ने नहीं किया.
विरोधियों द्वारा उन्हें महज एक सेलिब्रिटी कहे जाने पर जवाब देते हुए मथुरा सांसद ने कहा कि हां मैं सेलिब्रिटी हूं और यह अच्छी बात है कि लोग मुझे बतौर सेलिब्रिटी देखने आते हैं, लेकिन मथुरा में एक सेलिब्रिटी को बार-बार कितने लोग देखने आएंगे. जाहिर है मैंसांसद हूं और मेरा काम अच्छा है इसलिए लोग मुझसे मिलने आते हैं न कि एक सेलिब्रिटी होने के नाते.
हेमा मालिनी ने आज तक को बताया कि जल्द ही उनका परिवार उनके चुनाव प्रचार का हिस्सा बनेगा और खुद धरम पाजी यानी धर्मेंद्र उनके प्रचार में शामिल होंगे. हालांकि, ईशा देओल अपनी मां के चुनाव प्रचार में शामिल नहीं हो पाएंगी, क्योंकि हेमा मालिनी ने जानकारी दी किईशा मां बनने वाली हैं.
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के गठबंधन से मिलने वाली चुनौती को हेमा मालिनी ने स्वीकार किया और कहा, 'मैं उन नेताओं में से नहीं हूं जो गठबंधन के चलते मिलने वाली चुनौती को नकार दूं. हां, इससे चुनौती बढ़ गई है लेकिन मेरा काम और प्रधानमंत्री मोदी की छवि से मुझेजीतने में मुश्किल नहीं होगी.'
उन्होंने कहा, ‘यह मेरा आखिरी चुनाव है. मैं इसके बाद कोई चुनाव नहीं लड़ूंगी. मैं संगठन में रहकर जनता की भलाई के कार्य करना चाहूंगी.’ आगे उन्होंने कहा, ‘बरसों से मेरा सपना था कि मैं मथुरा के लिए कुछ कर सकूं. इसलिए, पिछले पांच साल में काफी कुछ करने की कोशिशकी, लेकिन अभी बहुत कुछ करना रह गया है. उम्मीद करती हूं कि यहां की जनता मुझे वह सब भी करने का मौका देगी. मैं इस नगरी को कृष्ण काल के समान ही भव्य और दिव्य नगरी बनाना चाहती हूं.’
गौरतलब है कि हेमा मालिनी ने 16वीं लोकसभा के लिए 2014 में हुए चुनाव में तत्कालीन सांसद जयंत चौधरी को 3 लाख 30 हजार से भी ज्यादा वोटों से शिकस्त देकर राष्ट्रीय लोकदल से यह सीट छीन ली थी. उनके खिलाफ यहां से कांग्रेस ने महेश पाठक को उम्मीदवार बनाया है. सपा-बसपाके गठबंधन समर्थित राष्ट्रीय लोकदल ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख नरेंद्र सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है.
(PTI के इनपुट के साथ)