कर्नाटक की बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा सीट पर दूसरे चरण के तहत 18 अप्रैल को मतदान होना है. इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने युवा नेता तेजस्वी सूर्या को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेता बीके हरिप्रसाद को चुनाव मैदान में उतारा है. राज्य में जेडीएस और कांग्रेस लोकसभा चुनाव गठबंधन के तहत लड़ रहे हैं. इसलिए बीके हरिप्रसाद कांग्रेस-जेडीएस के साझा उम्मीदवार हैं.
बीजेपी उम्मीदवार तेजस्वी सूर्या अभी सुर्खियों में बने हुए हैं. उनका कहना है कि मोदी सरकार की तरफ से महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दों के सफलतापूर्वक निपटने के बाद लोग अब मूलभूत अस्तित्व से ज्यादा की आकांक्षा के सामाजिक-आर्थिक स्तर पर चले गए हैं जो बीजेपी के पक्ष में साबित होगी. बेंगलुरु दक्षिण संसदीय सीट से चुनावी मैदान में उतारे जाने के बाद से सूर्या चर्चा में बने हुए हैं.
28 वर्षीय बीजेपी उम्मीदवार ने कहा कि शहरी इलाकों में अधिक वेतन वाली नौकरी और ग्रामीण क्षेत्रों में फसल के लिए बेहतर कीमत मिलने की आकांक्षा को अर्थशास्त्रियों समेत मोदी विरोधी ब्रिगेड की तरफ से गलत तरीके से नौकरी के संकट और कृषि संकट के तौर पर दिखाया जा रहा है. उन्होंने ‘न्याय’ योजना को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि पार्टी के सामाजिक कल्याण का विचार समृद्धि लाने की बजाए गरीबी को ही नये सिरे से भुनाने का है.
सूर्या ने दावा किया कि मतदाता इस योजना से उत्साहित नहीं है क्योंकि लोगों को राहुल गांधी के वादे में कुछ भी विश्वसनीय नहीं लगता है. पेशे से वकील और बीजेपी की युवा शाखा के नेता सूर्या ने कहा कि इन चुनावों में मतदाताओं के बीच मुख्य मुद्दा, देश को तेज प्रगति की दिशा में ले जाने की मोदी की इच्छा या पिछले पांच दशकों तक रही कांग्रेस की प्रगति विरोधी नीतियों के बीच विकल्प ढूंढने का है.
बहरहाल, बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा सीट कर्नाटक की ऐसी सीट है जो लंबे वक्त से बीजेपी का गढ़ बनी हुई है. इसी सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचे कांग्रेस के 2-2 नेता कभी राज्य के मुख्यमंत्री भी रहे हैं. लिहाजा यह सीट कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों के लिए अहम है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के दिवंगत नेता अनंत कुमार 6 बार बेंगलुरु दक्षिण सीट से सांसद रह चुके हैं.
बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा सीट पर अब तक कुल 16 बार चुनाव हुए हैं जिनमें से 6 बार कांग्रेस को यहां जीत मिली है. तीन बार जनता पार्टी के उम्मीदवार ने यहां विजयी हासिल की और साल 1991 से लगातार 7 बार बीजेपी इस सीट से जीतती आ रही है. इसमें से 6 बार बीजेपी के अनंत कुमार यहां से विजयी हुए हैं. यह सीट पहले मैसूर स्टेट में थी लेकिन 1977 के बाद से यह सीट कर्नाटक राज्य का हिस्सा बनी. पहले इस सीट को बेंगलुरु के नाम से भी जाना जाता था.
इस सीट पर 2 बार कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच हनुमंथा भी कांग्रेस के टिकट से चुनाव जीत चुके हैं. इसके अलावा साल 1980-83 में राज्य के मुख्यमंत्री रहे आर गुंडू राव भी लोकसभा में इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 8 विधानसभा सीटों में 5 पर बीजेपी का कब्जा है और 3 सीटें कांग्रेस के खाते में हैं.
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