महाराष्ट्र की अहमदनगर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी डॉ. सुजय राधाकृष्ण विखेपाटील को शानदार जीत मिली है. उनके करीबी प्रतिद्वंदी नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी संग्राम अरुणकाका जगताप को हार का सामना करना पड़ा. भारतीय जनता पार्टी डॉ. सुजय राधाकृष्ण विखेपाटील ने संग्राम अरुणकाका जगताप को 281474 वोटों से हराया. इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी डॉ. सुजय राधाकृष्ण विखेपाटील को 704660 वोट मिले, जबकि नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के संग्राम अरुणकाका जगताप को सिर्फ 423186 वोटों से संतोष करना पड़ा.
चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण मतगणना कराने के लिए काउंटिंग सेंटर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. अहमदनगर लोकसभा सीट पर 23 अप्रैल को तीसरे चरण में वोट डाले गए थे. इस सीट से 19 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाने चुनाव मैदान में उतरे थे.
चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार अहमदनगर लोकसभा सीट पर 64.26 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था, जबकि साल 2014 में यहां 62.33 प्रतिशत वोटिंग रिकॉर्ड की गई थी. इस संसदीय क्षेत्र में कुल 18 लाख 54 हजार 248 मतदाता पंजीकृत हैं, लेकिन कुल 11 लाख 91 हजार 601 वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.
जानिए इस चुनाव में किसको कितने वोट मिले
कौन-कौन उम्मीदवार थे चुनाव मैदान में
महाराष्ट्र की अहमदनगर लोकसभा सीट से 19 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़े थे. इनमें से 11 उम्मीदवार निर्दलीय थे. बीजेपी ने इस बार मौजूदा सांसद दिलीप कुमार गांधी का टिकट काटकर डॉ. सुजय राधाकृष्ण विखेपाटील पर दांव खेला था. डॉ. सुजय राधाकृष्ण विखेपाटील ने हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामा था. वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने संग्राम जगताप को अपना उम्मीदवार बनाया था, जबकि वंचित बहुजन आघाडी के टिकट से सुधाकर लक्ष्मण और बहुजन मुक्ति पार्टी के टिकट से संजय सावंत चुनाव लड़े थे.
पिछली बार किसने मारी बाजी
साल 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के दिलीप कुमार गांधी ने 6 लाख 05 हजार 185 वोट पाकर भारी जीत हासिल की. पिछले चुनाव में निर्दलीय और इस बार एनसीपी के टिकट पर लड़े राजीव राजाले को 3 लाख 96 हजार 063 वोट मिले. तीसरे स्थान पर निर्दलीय रहा जिसे 12 हजार 683 वोट मिले.
बता दें कि दिलीप कुमार गांधी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बीजेपी के जिला संगठन स्तर से की. इन्होंने यहां जिले में बीजेपी महासचिव, संयुक्त सचिव और अध्यक्ष के पर काम किया. गांधी अहमदनगर नगर निगम में पार्षद भी चुने गए. 1999 में गांधी पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री भी रहे. उसके बाद वे 2009 में दूसरी बार और 2014 में तीसरी बार सांसद चुने गए.
राजनीतिक पृष्ठभूमि
अहमदनगर लोकसभा सीट पर 1952 से 1998 तक करीब 46 सालों तक कांग्रेस का एकछत्र राज्य रहा. 1952 में कांग्रेस के उत्तमचंद आर बोगावत सांसद बने तो कांग्रेस की ये पुश्तैनी सीट बन गई. 1977 में जब देश से कांग्रेस साफ हो गई थी तब भी यहां कांग्रेसी सांसद बने. वाय जी पाटील यहां से 1984 से 1991 तक लगातार तीन बार सांसद रहे.
साल 1998 में कांग्रेस के ही दिग्गज नेता लेकिन इस बार शिवसेना के टिकट पर लड़े बालासाहेब विखे पाटील अहमदनगर और कोपरगांव सीट से चुनाव जीते. उसके बाद कांग्रेस यहां कभी वापिसी नहीं कर पाई. 1999 में बीजेपी के दिलीप कुमार गांधी सांसद बने फिर एनसीपी के तुकाराम गडाख सांसद निर्वाचित हुए. उसके बाद फिर बीजेपी के दिलीप कुमार गांधी दूसरी बार इसी सीट से सांसद बने और 2014 के चुनाव में भी जीत हासिल की.
गौरतलब है कि अहमदनगर लोकसभा सीट में 6 विधानसभा सीट आती हैं. इस लोकसभा सीट पर बीजेपी-शिवसेना गठबंधन का दबदबा है. शेगांव, राहुरी और कर्जत जामखेड में बीजेपी, पारनेर में शिवसेना, अहमदनगर शहर और श्रीगोंडा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक हैं.
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