गुजरात विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं. ऐसे में सभी दलों के साथ निर्वाचन आयोग की तैयारियां भी जोर पर हैं. चुनाव को लेकर लोगों को जागरुक करने के लिए निर्वाचन आयोग ने इस बार अनूठा प्रयोग किया है. इसके तहत गुजरात के जितने भी सरकारी ऑफिस, जिला कलेक्टर ऑफिस से लेकर मामलतदार हैं, उनके गेट पर लोगों को क्यूरोसिटी देने वाले बैनर लगाए गए हैं. इस पर बस एक ही बात लिखी गई है- 'भूलता नही'. यहां पर जो बैनर लगाए गए हैं जिसमें गुजराती में लिखा गया है - भूलता नहीं. उसका मतलब ये है कि भूलना नहीं.
इस बैनर को लेकर लोगों के अंदर काफी क्यूरोसिटी है. दरअसल आम दिनों के दौरान जब चुनाव होता है तो लोग ज्यादा वोट दें इसके लिए चुनाव आयोग के द्वारा बहुत सारे ऐसे इश्तेहार या कोई और तरीके अपनाये जाते हैं जिससे कि लोग ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए आयें. लेकिन भूलता नहीं के बैनर इसलिए लगाए गए हैं ताकि इसको देखकर लोगों को क्यूरोसिटी हो और अंत में वे इसके मतलब समझकर इससे प्रभावित हों. गुजरात के नर्मदा जिले में कलेक्टर कचहरी और मामलतदार कचहरी के बाहर बड़े-बड़े बैनर लगाए गए हैं. लोग यह बैनर पढ़कर अपनी तरह से कई तर्क लगाते दिख रहे हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि गुजरात की 182 विधानसभा सीटों पर 15वां चुनाव होना है. इस बार यहां दो चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे. पहले चरण में 89 सीटों पर 1 दिसंबर, तो दूसरे चरण में 93 सीटों पर 5 दिसंबर को वोटिंग होगी, जबकि गुजरात चुनाव के नतीजे हिमाचल प्रदेश के साथ ही 8 दिसंबर को आएंगे. गुजरात में 4.91 करोड़ मतदाता हैं, इनमें से 4.61 लाख नए वोटर हैं. इनमें से 9.87 लाख मतदाता 80 साल से ज्यादा के हैं.
बता दें कि गुजरात चुनाव को 10 दिन का समय बचा है. इसलिए राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के वेरावल में रैली की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया देख लो, सर्वे पोल देख लो, न्यूज चैनल देख लो. सब कह रह रहे हैं कि इस बार बीजेपी जीत रही है. लेकिन कुछ लोग सवाल कर रहे हैं कि इस बार मोदी इतना प्रचार क्यों कर रहे हैं. लेकिन आपको मैं ये बतना चाहता हूं कि ये मेरा कर्तव्य है. मेरी एक और बहुत बड़ी इच्छा है, जो नरेंद्र का सारा रिकॉर्ड था वो भूपेंद्र को तोड़ना है. आप लोग ऐसा कमाल कीजिए कि भूपेंद्र, नरेंद्र के सारे रिकॉर्ड तोड़ दे. ताकि गुजरात प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू ले.'