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Sitamarhi Election Results 2020: बीजेपी प्रत्याशी मिथिलेश कुमार जीते, आरजेडी को हराया

Sitamarhi Election Results, Sitamarhi Vidhan Sabha seat Counting 2020: 2015 में आरजेडी और नीतीश कुमार की जेडीयू ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. तब  इस सीट पर आरजेडी को जीत मिली थी.

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Sitamarhi Election Results 2020:
Sitamarhi Election Results 2020:
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बीजेपी प्रत्याशी मिथिलेश कुमार को मिली जीत
  • आरजेडी प्रत्याशी सुनील कुमार को हराया

बिहार में सीतामढ़ी विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी मिथिलेश कुमार को जीत मिली है. उन्होंने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी सुनील कुमार को भारी वोटों के अंतर से हराया है. बीजेपी प्रत्याशी मिथिलेश कुमार को 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं. वहीं आरजेडी प्रत्याशी को भी लगभग 44 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं. राष्ट्रीय जनता दल(आरजेडी) के सुनील कुमार पहले इस सीट से विधायक थे. 

सीतामढ़ी विधानसभा में दूसरे चरण में मतदान डाले गए थे. इस विधानसभा सीट पर कुल 61.88% वोटरों ने मतदान किया है. सीतामढ़ी विधानसभा, सीतामढ़ी जिले का हिस्सा है. पौराणिक आख्यानों में उल्लेख सीता की जन्मस्थली के तौर पर है. बिहार के उत्तरी गंगा के मैदान में स्थित यह जिला नेपाल की सीमा पर होने के कारण संवेदनशील माना जाता है.

सांस्कृतिक तौर पर सीतामढ़ी का इतिहास बेहद समृद्ध रहा है. मौर्य कालीन भारत के साक्ष्य भी सीतामढ़ी में देखे गए हैं. यहां का रामजानकी मंदिर और सीता कुंड बेहद प्रसिद्ध हैं. 2015 में आरजेडी और नीतीश कुमार की जेडीयू ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. तब बीजेपी-जेडीयू का 17 साल पुराना गठबंधन टूटा था. तब  इस सीट पर आरजेडी को जीत मिली थी.

2015 का चुनाव 

2015 में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी सुनील कुमार ने भारतीय जनता पार्टी के सुनील कुमार उर्फ पिंटू को हराया था. आरजेडी को इस सीट से जहां 81,557 वोट हासिल हुए, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी प्रत्याशी को 66,835 मत हासिल हुए थे. वहीं तीसरे नंबर पर निर्लदीय प्रत्याशी नगीना देवी को 3,624 तो आरएसएसजेपी के अनुप महतो को 2,236 वोट हासिल हुए थे. 2015 के चुनाव में कुल 16 लोग मैदान में थे, जिनमें 2 महिलाएं भी थीं. इस चुनाव में 11 प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई थी.

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सीतामढ़ी विधानसभा का इतिहास

सीतामढ़ी विधानसभा, जिले की सबसे पुरानी विधानसभाओं में से एक है. पहली बार इस विधानसभा में 1951 में चुनाव हुआ था. इस विधानसभा में अब तक 13 बार चुनाव संपन्न हुए हैं. 3 बार उपचुनाव भी कराए गए हैं. पहली बार 2003 में उपचुनाव फिर 2005 में. यहां का वोटिंग पैटर्न बदलता रहा है. 

इस सीट पर वामदलों को भी सत्ता मिली, तो कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू के हाथ में भी कमान मिली. 2003 में हुए उपचुनाव में यहां से सुनील कुमार उर्फ पिंटू को जीत हासिल हुई थी, जो भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी थे. 2005 और 2010 के चुनाव में भी सुनील कुमार उर्फ पिंटू यहं से विजयी रहे. बिहार की राजनीति में तेजस्वी यादव की एंट्री के बाद सियासी समीकरण बदले और आरजेडी प्रत्याशी सुनील कुमार को यह सीट हासिल हुई.

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सामाजिक ताना बाना
इस विधानसभा में कुल 2,46,038 वोटर्स हैं. इनमें 1,31,944 पुरुष और 1,14,083 महिला वोटर्स हैं.
 

61.88 फीसदी मतदाताओं ने किया वोट

सीतामढ़ी विधानसभा में दूसरे चरण के तहत वोटिंग हुई. इस चरण में 17 जिलों की 94 सीटों पर चुनाव संपन्न कराए गए. सीतामढ़ी सीट पर 3 नवंबर को वोटिंग हुई चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आएंगे. इस बार के चुनाव में कुल 61.88% वोटरों ने इस विधानसभा में मतदान किया है.

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