बिहार के रक्सौल में 7 नवंबर को मतदान है. यहां से चुनाव मैदान में उतरे कुल 13 प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो चुकी हैं. सबसे ज्यादा चर्चा में रही रक्सौल विधानसभा पर इस बार बागियों का बोल बाला है. अब इन बागियों का फैसला जनता करेगी.
रक्सौल विधानसभा की बात करें, तो यहां से एनडीए से प्रमोद कुमार सिन्हा और महागठबंधन से रामबाबू प्रसाद यादव के साथ 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी से बागी हुए अजय सिंह बसपा से चुनाव लड़ रहे हैं, तो वहीं आरजेडी से बागी हुए नेता सुरेश प्रसाद यादव निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं. इन दोनों नेताओं ने पार्टी के मुख्य प्रत्याशियों की मुश्किलों को बढ़ा रखा है. हालांकि इन बागी नेताओं का प्रभाव कितना पड़ा, इसका फैसला अब जनता करेगी.
रक्सौल विधानसभा की सीट इस चुनाव में खूब चर्चा में भी रही. यहां से एनडीए प्रत्याशी प्रमोद कुमार सिन्हा के भाई अशोक सिन्हा के आवास से 23 किलो सोना बरामद की खबर खूब चर्चा में आई, तो वहीं टिकट कटने के बाद आरजेडी नेता सुरेश यादव का अपनी मां और बहन के साथ रोते हुए का वीडियो भी सुर्खियों में रहा. अब मतदान का समय नजदीक आ गया है. इन खबरों का किस प्रत्याशी पर कितना प्रभाव पड़ा, ये जल्द ही तय हो जाएगा.
रक्सौल विधानसभा एक नजर में
रक्सौल विधानसभा में कुल 277659 वोट हैं, जबकि जातीय समीकरण की बात करें, तो मुस्लिम 11 प्रतिशत, यादव 10 प्रतिशत, राजपूत 10 प्रतिशत, कुर्मी कोहरी 12 प्रतिशत, वैश्य 14 प्रतिशत, महादलित 9 प्रतिशत, अति पिछड़ा 11 प्रतिशत, पिछड़ा 14 प्रतिशत, सामान्य जाति के 9 प्रतिशत मतदाता हैं. माय समीकरण के अलावा ग्रामीण क्षेत्र से अधिक शहरी क्षेत्र में 38 हजार 435 वोट हैं, जो बीजेपी का वोट बैंक माना जाता है. (इनपुटः गणेश शंकर)
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